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डेंगू के बाद गुरुग्राम में स्वाइन फ्लू ने पसारे पांव, 12 संदिग्ध मरीज आए सामने

गुरुग्राम में डेंगू के कहर के बाद अब स्वाइन फ्लू ने भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है. स्वाइन फ्लू के मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद गुरूग्राम स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है.

Updated on: 04 Jan 2019, 06:42 PM

नई दिल्ली:

गुरुग्राम में डेंगू के कहर के बाद अब स्वाइन फ्लू ने भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है. स्वाइन फ्लू के मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद गुरूग्राम स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जहां मरीजों और लोगों में जागरूकता फैलाया जा रहा है. वहीं स्कूली बच्चों के जरिए भी स्वाईन फ्लू से बचने के तरीके के लिए एक टीम का गठन किया गया है. 

ठंड बढ़ने के साथ ही अभी तक गुरूग्राम में 12 संदिग्ध मामले सामने आ चुके है. ये सभी के बी कैटेगरी के है लेकिन केस सी कैटेगरी में ना बढ़ें इसलिए इसका सही इलाज के लिए गुरुग्राम के सरकारी अस्पताल में एक आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है. जहां एक तरफ टेमीफ्लू की दवाईयों में इजाफे के साथ अधिक डॅाक्टरों तैनाती की गई हैं.

वहीं गुरुग्राम के प्राईवेट अस्पतालो में हेल्थ विभाग की तरफ से 65 वेंटिलेटर स्वाईन फ्लू के मरीजों के लिए रिजर्व किए गए हैं ताकि स्वाईन फ्लू के मामलों में बढ़ोतरी न हो.

स्वाइन फ्लू के लक्षण आम बुखार की तरह ही होता है. गले में दर्द, खांसी, जुखाम, सांस लेनी में तकलीफ और एक दम तेज बुखार होना स्वाइन फ्लू के लक्षण है. स्वास्थ्य विभाग का मनना है कि अभी तक गुरूग्राम में स्वाइन फ्लू के 12 केस सामने आ चूके हैं.

स्वास्थ्य विभाग ने लोगो से अपील की है कि बच्चों को स्कूल में मास्क लगा कर भेजे और भीड़-भाड़ वाले इलोकों में मास्क लगा कर जाए. शरीर को कपड़ें से पूरा ढकें और पानी को उबाल कर पिए. साथ ही अगर स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखे तो तुंरत डाक्टर के पास जाए.

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स्वास्थ्य विभाग डेंगू के साथ - साथ स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करने में जुटा हैं. वही स्वास्थ्य विभाग का ये भी कहना है कि लोग स्वाइन फ्लू के नाम से डरे नहीं ये आम बुखार की तरह है और इसमें सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है.

उन्होंने ये भी कहा कि लोग तेज बुखार आने के बाद तुरंत डॉक्टर से जांच कराए जिससे इससे समय पर बचाव किया जा सके.