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बुराड़ी कांड: घर से मिले 27 रजिस्टर, 2009 से 'मोक्ष' की कहानी लिख रहा था ललित!

बुराड़ी में 11 सामूहिक मौतों के मामले में अभी तक कई बातें सामने आ चुकी हैं। पुलिस धर्मांधता का हवाला देकर इसे आत्महत्या बता रही है, लेकिन मृतकों का परिवार इस बात को सिरे से खारिज कर रहा है।

Updated on: 04 Jul 2018, 01:34 PM

नई दिल्ली:

बुराड़ी में 11 सामूहिक मौतों के मामले में अभी तक कई बातें सामने आ चुकी हैं। पुलिस धर्मांधता का हवाला देकर इसे आत्महत्या बता रही है, लेकिन मृतकों का परिवार इस बात को सिरे से खारिज कर रहा है।

इस बीच उस रजिस्टर के कुछ पन्ने सामने आए हैं जिसमें बतौर पुलिस मौत के रहस्य छिपे हैं। पुलिस के मुताबिक घर में दो नहीं, बल्कि कई रजिस्टर मिले हैं। रजिस्टर में लिखी बातें इशारा कर रही हैं कि परिवार के शख्स तंत्र-मंत्र और धर्मांध के शिकार थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक ललित के पिता भोपाल सिंह भाटिया की 2007 में मौत हो गई थी। कहा जा रहा है कि ललित अपने पिता की आत्मा के संपर्क में था। वह उसके सपने में आते थे।

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पुलिस की जांच में पता चला है कि ललित अपने पिता के सबसे करीब था। वह लगातार बोलता था कि पिता उसके सपनो में आते हैं। परिवार भी धीरे-धीरे ललित की बातों को मानने लगा। पूरा परिवार मृतक पिता की आस्था में अंधविश्वास के घेरे में घिरता चला गया, जो बाद में सबकी मौत का कारण बना।

हालांकि, बीते मंगलवार को ललित के भाई-बहन ने इन बातों का खंडन किया था।

पुलिस के मुताबिक, जो रजिस्टर मिले हैं, उसके अधिकांश पन्नों में ललित और उसके सपनों में आए स्वर्गवासी पिता की बातचीत के अंश हैं। पुलिस को अभी तक 27-30 रजिस्टर मिले हैं, जो 2009 से लिखे जा रहे थे।

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रजिस्टर में साफ पता चलता है कि ललित ने अपने पिता की बातों को लिखा है। उसमें लिखा है कि 'आज मेरे जाने के बाद रोशनी की परिक्रमा करना और किस तरह से करना और कितनी दूरी से करना।'

घर से मिले रजिस्टर के कुछ पन्नें:

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