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दिल्ली के शेल्टर होम पर महिला आयोग ने केजरीवाल सरकार को भेजा नोटिस, मांगा इन सवालों का जवाब

दिल्ली महिला आयोग ने राजधानी में चलने वाले महिलाओं और बच्चों के शेल्टर होम का सोशल ऑडिट करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन भी किया है।

Updated on: 09 Aug 2018, 07:35 PM

नई दिल्ली:

बिहार और उत्तर प्रदेश में बालिका शेल्टर हॅाम की घटना सामने आने के बाद राजधानी दिल्ली की महिला आयोग इसके प्रति सर्तक हो गई है। आयोग ने केजरीवाल सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग और समाज कल्याण विभाग से राजधानी में चल रहे शेल्टर होम की जानकारी मांगी है। आयोग ने महिला एवं बाल विकास विभाग और समाज कल्याण विभाग के सचिव को नोटिस भेजकर यह जानकारी मांगी है।

दिल्ली महिला आयोग ने राजधानी में चलने वाले महिलाओं और बच्चों के शेल्टर होम का सोशल ऑडिट करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन भी किया है।

आयोग ने दिल्ली सरकार को भेजे गए नोटिस में सवाल किया कि दिल्ली में महिलाओं, बच्चों, मानसिक रोगियों और वृद्ध लोगों के लिए कुल कितने शेल्टर होम है और ये कहां-कहां पर चल रहे हैं साथ ही ये भी पूछा है कि इनका संचालन कौन करता है।

इसके साथ ही उन्होंने सरकार की तरफ से इन शेल्टर होम को मिलने वाली आर्थिक सहायता की जानकारी, सरकार द्वारा किये गए शेल्टर के ऑडिट की रिपोर्ट, अफसरों द्वारा किये गए शेल्टर होम के दौरों की जानकारी सहित शेल्टर होम में तैनात कर्मचारियों की जानकारी भी मांगी है।

आयोग ने शेल्टर होम के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों और इन शिकायतों पर की गयी कार्यवाही की जानकारी भी मांगी है। उन्होंने विभागों से 16 अगस्त तक सारी जानकारी जरूरी दस्तावेजों के साथ उपलब्ध कराने को कहा है।

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बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 41 नाबालिग लड़कियां रह रही थी। जिनमें से 29 के साथ यौन हिंसा और बलात्कार की गई थी। घटना सामने आने के बाद सीबीआई मामले की जांच में जुट गई है।

गौरतलब है कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मुंबई की संस्था टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइसेंस की टीम ने बालिका गृह के सोशल ऑडिट रिपोर्ट में यौन शोषण का उल्लेख किया।

इसके बाद मुजफ्फरपुर महिला थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसके बाद लड़कियों के चिकित्सकीय जांच में भी यहां की 41 लड़कियों में से 29 लड़कियों के साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई थी। इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर सहित 10 लोगों को गिरतार किया जा चुका है।

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वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की तरह ही उत्तर प्रदेश के देवरिया में नारी संरक्षण गृह में भी देह व्यापार कराए जाने का खुलासा हुआ था। संरक्षण गृह से भागी एक बालिका ने रविवार शाम को इस बात की जानकारी दी थी।

जानकारी सामने आने के बाद जब रात में पुलिस ने संरक्षण गृह में छापा मारा तो वहां से 18 लड़कियां गायब मिलीं। मामला सामने आने के बाद संचालिका और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया गया है।