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मां की संपत्ति हड़पने के लिए बेटे ने पत्नी के साथ मिलकर किया ऐसा काम, मानवता हुई शर्मसार

उत्तर प्रदेश के नोएडा से मानवता और रिश्ते को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक बेटे ने मां की संपत्ति को हड़पने के लिए अपनी मरी हुई मां को जिंदा बता दिया.

Updated on: 19 Dec 2018, 12:08 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के नोएडा से मानवता और रिश्ते को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक बेटे ने मां की संपत्ति को हड़पने के लिए अपनी मरी हुई मां को जिंदा बता दिया. इसका खुलासा तब हुआ जब मृतिका के छोटे बेटे (विजय गुप्ता) ने अपने बड़े भाई (सुनील) के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. जिसमें विजय ने दावा किया है कि मोमबत्ती की कंपनी हासिल करने के लिए सुनील ने दस्तावेजों में मृत मां को जिंदा बताया.

शिकायत दर्ज होने के बाद नोएडा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुंबई में रहने वाले मृतिका के बड़े बेटे सुनिल, उसकी पत्नी राधा और बेटे अभिषेक को गिरफ्तार किया. तीनों आरोपियों को 15 दिसंबर को मुंबई के पवई स्थित हीरानंदानी गार्डन से गिरफ्तार किया गया.

थाना प्रभारी मनोज कुमार पंत ने बताया, 'मां के निधन के बाद सुनील गुप्ता नें फर्जी दस्तावेज बनवाए, जिसमें उन्हें (मां) को जिंदा दिखाया गया. इसके बाद सुनील ने धोखे से प्रॅापर्टी को अपने औऱ परिवार के नाम करवा लिया. जिसकी वजह से शिकायतकर्ता विजय को 285 करोड़ को नुकसान हुआ.'

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विजय गुप्ता ने जिला कोर्ट में अपने बड़े भाई पर आरोप लगाया कि उसने गलत दस्तावेज बनवाए और कंपनी पर कब्जा कर लिया, जबकि कंपनी में वह भी पार्टनर था. जिसके बाद विजय ने नोएडा के सेक्टर-20 में अपने बड़े भाई सुनील, भाभी, उनके दो बेटों और पांच अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. ये केस पांच साल पुराना बताया जा रहा है.

अफसर के मुताबिक- 'सुनील ने मुंबई स्थित रजिस्ट्रार ऑफिस में पेश दस्तावेजों में बताया कि मोमबत्ती बनाने वाली कंपनी उसे मां से तोहफे के रूप में मिली है. इसकी वसीयत (गिफ्ट डीड) भी कराई जा चुकी है. नियम के मुताबिक गिफ्ट डीड किसी मृत व्यक्ति के नाम से नहीं बनवाई जा सकती. डीड में मृत मां को जिंदा बताया गया था.'

विजय ने यह आरोप भी लगाया है कि सुनील (बड़े भाई) ने मां की मौत के बाद कंपनी से 29 करोड़ रुपए का ट्रांसफर अपने एक दोस्त की कंपनी में किया. इसके लिए किसी से भी सलाह नहीं लिया गया. जब विजय ने बड़े भाई का विरोध करना शुरू किया तो उसने जान से मारने की धमकी भी दी.

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सबूत जुटाने के बाद नोएडा से पुलिस टीम मुंबई रवाना हुई, जहां सुनील, उसकी पत्नी और बेटे को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर नोएडा लाया गया. उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.

बता दें कि सुनील की मां कमलेश का निधान 7 मार्च 2011 को हो गया था. उनकी संपत्ति 285 करोड़ रुपए की है. जिसमें मुंबई में एक मोमबत्ती बनाने की फैक्ट्री भी शामिल है. उनकी एक फैक्ट्री नोएडा में भी शामिल है. मृतिक कमलेश रानी ने अपनी वसीयत में लिखा था कि मरने के बाद उनके बेटों में यह जायदाद बांट दी जाए.