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फिल्म 'धूम स्टाइल' में लूट करने वाले बाइकर गैंग को पुलिस ने किया गिरफ्तार

वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के विकासपुरी थाने की पुलिस टीम ने एक ऐसे कुख्यात गैंग का पर्दाफाश किया है, जो वेस्ट दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में सीरीज में लूट की वारदात को अंजाम देकर सनसनी फैला रखी थी.

Updated on: 06 Feb 2019, 09:13 PM

नई दिल्ली:

वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के विकासपुरी थाने की पुलिस टीम ने एक ऐसे कुख्यात गैंग का पर्दाफाश किया है, जो वेस्ट दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में सीरीज में लूट की वारदात को अंजाम देकर सनसनी फैला रखी थी. डीसीपी वेस्ट डिस्ट्रिक्ट मोनिका भारद्वाज ने बताया कि पुलिस टीम ने इस गैंग के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है और इनके पास से आधा दर्जन मोबाइल, दो बाइक, 2 कंट्री मेड पिस्टल और चाकू भी बरामद किया है. पुलिस टीम ने इसकी गिरफ्तारी से 14 मामलों का अभी तक पता लगाया है.

डीसीपी ने बताया कि यह गैंग चोरी की बाइक को वारदात के लिए इस्तेमाल करता था. खासकर यह लोग 200cc की हाई स्पीड बाइक को वारदात के लिए इस्तेमाल करते थे. जिससे की वारदात को अंजाम देने के बाद पल भर में ही मौके से फरार हो जाते थे. यह लोग अपने पास चाकू और कंट्री मेड पिस्टल इसलिए रखते है, कि कोई विरोध करता तो उसको डरा धमका कर चुप करा देते.

इस गैंग को पकड़ने के लिए एसीपी विकासपुरी एच एस पी सिंह की एक टीम बनाई गई थी और इस टीम ने पहले पवन कुमार को पकड़ा और फिर उससे पूछताछ और उसकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने रेड कर के विपिन कुमार और उसके तीसरे साथी अवधेश कुमार को भी गिरफ्तार किया.

विपिन कुमार पर पहले से 26 मामले स्नेचिंग, लूट आदि के चल रहे हैं. वह नगली बिहार बापरोला का रहने वाला है. जबकि अवधेश कुमार नगली विहार एक्सटेंशन का रहने वाला है. उसके ऊपर पहले से 18 मामले चल रहे हैं और पवन कुमार पर भी 18 मामले अभी चल रहे हैं. इसका बीसी बनाने का प्रोसेस चल रहा है जबकि विपिन कुमार रनहोला थाने का घोषित बीसी है. इन तीनों को मिलाकर 62 मामले अभी अलग-अलग थाना इलाकों में चल रहे हैं. साथ ही इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने अभी तक 20 मामला का पता लगाया गया है.

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जिनमें से सात मोबाइल और चोरी की दो बाइक भी शामिल है. बरामद मोटर साइकिल इन्होंने तिलक नगर और रनहोला थाना इलाके से चुराई थी. पूछताछ में पुलिस टीम को यह पता चला कि यह लोग 200 सीसी की बाइक को टारगेट करके उसे चुराते थे. फिर उसी बाइक से रास्ते में स्नैचिंग लूट आदि की वारदात को अंजाम देते थे. उनका टारगेट मोबाइल और कैश होता था.

यह लोग एक बार में एक साथ लूट की कई वारदात को अंजाम देकर के मौके से चंद सेकंड में फरार हो जाते थे. इनकी गिरफ्तारी के लिए काफी समय से पुलिस टीम लगी हुई थी. आखिर में पुलिस गैंग को दबोचने में कामयाब हो गई.