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इस खूबसूरत बला की फेसबुक फ्रैंड रिक्वेस्ट स्वीकारना आपको पहुंचा सकता है जेल

अनिका हनीट्रैप के मामले में सेना के 50 जवान भारतीय खुफिया के राडार पर हैं. इनमें से अब तक तीन की गिरफ्तारी भी हो चुकी है.

Updated on: 15 Jul 2019, 03:28 PM

highlights

  • पाकिस्तान की आईएसआई ने खेला एक और नापाक गेम.
  • अनिका चोपड़ा के नाम से फैलाया हनीट्रैप का जाल.
  • हनीट्रैप के शिकार 50 सेना के जवान राडार पर.

नई दिल्ली.:

फेसबुक प्रोफाइल पेज पर उसका नाम है अनिका चोपड़ा. वह खुद को मिलिट्री नर्सिंग कॉप में आर्मी कैप्टन बताती है. हरी साड़ी में लिपटी मनमोहक मुस्कराहट वाली इस बला के बहकावे में जो-जो आया है, वह गंभीर संकट का शिकार हुआ है. पिछले दिनों नारनौल के बसई गांव निवासी रवींद्र यादव इसका ताजा शिकार बना. फेसबुक पर मीठी-मीठी बातें कर अनिका ने रवींद्र से कुछ गोपनीय जानकारियां निकलवा ली. नतीजतन अब रवींद्र खुफिया पुलिस की हिरासत में है. पता चला है कि अनिका वास्तव में पाकिस्तान का बुना हुआ एक खूबसूरत षड्यंत्र है, जो भारतीय सेना के जवानों को झांसे में लेकर उनसे गोपनीय जानकारियां हासिल करता है.

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हनीट्रैप मामले में 50 जवान राडार पर
अनिका हनीट्रैप के मामले में सेना के 50 जवान भारतीय खुफिया के राडार पर हैं. इनमें से अब तक तीन की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. बताते हैं कि अनिका चोपड़ा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करती है. वह पहले भी कई अन्य भारतीय सेना से जुड़े युवकों को भी अपने जाल में फंसा चुकी है. यह उसका तीसरा मामला है, जिसमें उसने नारनौल के गांव बसई निवासी भारतीय सेना के जवान रवींद्र यादव को हनीट्रैप में फंसाया.

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जनवरी में भी पकड़ा गया था जवान
इस साल जनवरी में सोशल मीडिया पर हनीट्रैप में फंसने के बाद आईएसआई को गोपनीय सूचनाएं देने के मामले में एक जवान को गिरफ्तार किया गया था. सोमवीर नाम के इस जवान को राजस्थान के जैसलमेर जिले में तैनात किया गया था. वह फेसबुक पर रोजाना अनिका चोपड़ा नाम की प्रोफाइल से बातचीत करता था, जिसका संचालन आईएसआई कर रही थी. जवान ने अपनी यूनिट और उसके मूवमेंट के बारे में जानकारी दी थी. फरवरी, 2018 में भी 51 वर्षीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाहा को पाकिस्तानी एजेंट्स को गोपनीय सूचनाएं और दस्तावेज लीक करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था.

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सेना ने सोशल मीडिया के लिए रखे हैं कड़े नियम
यह तब है जब हनीट्रैप के बढ़ते मामले देख कर सेना में सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर सख्त गाइडलाइंस हैं. इनके मुताबिक सेना के जवान सोशल मीडिया पर न वर्दी के साथ कोई फोटो लगा सकते हैं और न ही अपनी पहचान, रैंक, पोस्टिंग और अन्य जानकारियां ही उजागर कर सकते हैं. गौरतलब है कि पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन में तैनात एयरमैन सुनील कुमार को भी एक महिला को गोपनीय जानकारियां ई-मेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. सुनील कुमार पैसों के एवज में मीना रैना नाम के एक अकाउंट पर जानकारियां भेज रहा था. पठानकोट एयरबेस की साइबर टीम सुनील कुमार पर लगातार नज़र रखे हुए थी.

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लालच और ब्लैकमेलिंग है रास्ता
कुछ साल पहले सिकंदराबाद में तैनात भारतीय सेना के जवान नायब सूबेदार पाटन कुमार पोद्दार पाकिस्तान की एक महिला जासूस के जाल में फंस गया और लंबे समय तक सेना के अहम राज बताता रहा था. जानकारियों के एवज में महिला पाटन कुमार को पैसों के अलावा अपनी न्यूड तस्वीरें और वीडियो भेज रही थी, इतना ही नहीं इसके साथ ही पाटन कुमार को लंदन घुमाने का वायदा भी किया गया था.