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उड़ीसा : पुलिस ने जहरीली गैस रिसाव मामले में सात लोगों को हिरासत में लिया

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बी के शर्मा ने बताया कि खंटापाड़ा के कारखाने में हानिकारक गैस के रिसाव का मामला दर्ज किया गया है.

Updated on: 14 Nov 2019, 04:07 PM

Balasore:

ओडिशा के बालासोर जिले में एक निजी समुद्री खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र में कथित तौर पर हानिकारक गैस रिसाव के मामले में बृहस्पतिवार को जांच के आदेश दिए गए और सात लोगों को हिरासत में ले लिया गया. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बी के शर्मा ने बताया कि खंटापाड़ा के कारखाने में हानिकारक गैस के रिसाव का मामला दर्ज किया गया है. जांच में मदद के लिए एक विशेष फॉरेंसिक टीम वहां भेजी गई है. उन्होंने कहा कि प्लांट के सात अधिकारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.

जांच के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों की छह सदस्यीय टीम मौके पर पहुंच गई है. खबरों के मुताबिक झींगा प्रसंस्करण संयंत्र से बुधवार रात जहरीली गैस के रिसाव के कारण लगभग 100 लोग बीमार पड़ गए, जिसमें अधिकतर महिलाएं थीं. एक अधिकारी ने बताया कि बीमार लोगों को खंटापाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और बाद में उन्हें जिला मुख्यालय अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. जिलाधिकारी के सुदर्शन चक्रवर्ती और पुलिस अधीक्षक बी जुगलकिशोर ने संयंत्र और अस्पताल का दौरा किया और कहा सभी प्रभावित लोगों की हालत स्थिर है और उनमें से कई लोगों को ईलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

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पुलिस महानिरीक्षक (पूर्वी रेंज) दिप्तेश पट्टनायक ने बताया कि कारखाने को सील कर घटना की जांच शुरू कर दी गई है, ताकि हादसे का कारणों का पता चल सके. राज्य के श्रम मंत्री सुशांत सिंह ने अस्पताल का दौरा किया. श्रम आयुक्त घटना की जांच करके कारखाने में बाल मजदूरी के बारे में पता लगाएंगे. सिंह ने कहा, “दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.” जिलाधिकारी ने कहा, “ऐसा लग रहा है कि मजदूर क्लोरीन गैस के कारण बीमार हुए हैं, लेकिन जांच के बाद ही चीजें साफ हो पाएंगी.”

पुलिस के अनुसार रात लगभग नौ बजे पनपना स्थित संयंत्र से गैस का रिसाव होने लगा, जिससे कारखाने के ज्यादातर कर्मचारियों को सांस लेने में परेशानी होने लगी और वह सब बीमार हो गए. इस निजी समुद्री खाद्य प्रसंस्करण इकाई के मालिक तारा पटनायक ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि वह बीमार लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं. पटनायक ने दावा किया कि संयंत्र से कोई गैस रिसाव नहीं हुआ है. प्रसंस्करण के लिए कारखाने में रखी ब्लीचिंग सामग्री के कारण यह हादसा हुआ है.