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तलवार दंपति चार साल बाद डासना जेल से रिहा, परिवार ने कहा- आरुषि का गम नहीं भूल पाएंगे

आरुषि हत्याकांड मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट से बरी किए गए तलवार दंपति गाजियाबाद के डासना जेल से सोमवार को रिहा हुए। इस दौरान वे सीधे अपने घर गए।

Updated on: 17 Oct 2017, 12:11 AM

highlights

  • चार साल तक बेटी आरुषि की हत्या के आरोप में जेल में बंद रहे तलवार दंपति
  • 2008 में 15-16 मई की रात घर में हुई थी आरुषि की हत्या
  • इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पिछले हफ्ते तलवार दंपति को बरी कर रिहाई के आदेश दिया था

New Delhi:

आरुषि हत्याकांड मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट से बरी किए गए तलवार दंपति गाजियाबाद के डासना जेल से सोमवार शाम रिहा हो गए। रिहाई के बाद वे सीधे अपने घर गए।

तलवार दंपति के घर पहुंचने के बाद उनके भाई दिनेश तलवार ने मीडिया से कहा कि बेटी का खोने का दर्द और 4 सालों की कानूनी और मानसिक प्रताड़ना झेलने वाले तलवार दंपति अभी भी सदमे में हैं।

दिनेश तलवार ने कहा कि नुपूर और राजेश अपनी बच्ची को खोने के गम से कभी नहीं उबर पाएंगे लेकिन नॉर्मल जिंदगी की ओर वापस लौटने की कोशिश करेंगे। दिनेश ने कहा कि उनके भाई और भाभी फिलहाल इस स्थिति में नहीं हैं कि मीडिया से बात करें।

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मीडियाकर्मियों से बात करते हुए दिनेश ने कहा कि उनके भाई और भाभी ने सच्चाई के लिए लड़ाई लड़ी है। हालांकि यह इतना आसान नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि यह लड़ाई केवल तलवार दंपति की नहीं थी बल्कि यह लड़ाई आरुषि के लिए भी थी।

उन्होंने इस दौरान कहा कि आरुषि खराब लड़की नहीं थी। लेकिन जांच एजेंसियों की थ्योरी के मुताबिक उस पर भी आरोप लगाए गए थे।

इतना ही नहीं दिनेश तलवार ने कहा कि हेमराज भी खराब इंसान नहीं था। इतना कहते हुए दिनेश ने तलवार दंपति के बारे में कहा कि फिलहाल वे इस स्थिति में नहीं हैं कि कोई भी बयान दे सकें। उन्हें प्राइवेसी चाहिए ताकि वो फिर से पटरी पर आ सकें।

दिनेश ने कहा कि उनकी लड़ाई सच्चाई बाहर लाने के लिए थी। उन्होंने बताया कि यह लड़ाई उनके भाई और भाभी को जेल से बाहर निकालने के लिए थी।

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बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने डासना जेल से राजेश और नुपूर तलवार की रिहाई का आदेश जारी किया था। अदालत ने यह आदेश दंपति के वकील सत्यकेतु सिंह द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश की प्रमाणित प्रति सीबीआई अदालत में पेश करने के बाद दिया।

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार दंपति को उनकी बेटी आरुषि व उनके नौकर की हत्या के मामले में दोषमुक्त करार दिया था। तलवार दंपति पिछले चार वर्षो से डासना जेल में बंद थे।

आरोपी दंपति डॉ़ राजेश तलवार और नुपुर तलवार ने सीबीआई अदालत की ओर से आजीवन कारावास की सजा के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दायर की थी।

गौरतलब है कि डॉ तलवार की बेटी आरुषि की हत्या 15 एवं 16 मई 2008 की दरम्यानी रात नोएडा के सेक्टर 25 स्थित घर में कर दी गई थी। हत्या का शक तलवार दंपति के घरेलू नौकर हेमराज पर जताया गया था लेकिन हेमराज का शव घर की छत से कुछ दिनों बाद बरामद किया गया।

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