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रोजवैली चिटफंड केस: ईडी ने मारा आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन पर छापा

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रोजवैली चिटफंड मामले में बुधवार को आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन के तीन ज्वेलरी शोरूम की तलाशी ली।

Updated on: 27 Dec 2017, 09:11 PM

नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रोजवैली चिटफंड मामले में बुधवार को आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन के तीन ज्वेलरी शोरूम की तलाशी ली। कथित तौर पर आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन ने चिटफंड घोटाले के आरोपीर गौतम कुंडू के स्वामित्व वाले रोजवैली ग्रुप के विभिन्न फर्मो से कर्ज लिया था।

ईडी के एक अधिकारी ने बताया, 'हमने आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन के हावड़ा, बागुईहाटी और लेक पैलेस स्थित शहर में तीन शोरूम पर छापेमारी की है।'

एजेंसी रोजवैली ग्रुप में जमा धन लेने वाली कंपनियों से पैसे निकालकर उसे दूसरे काम में लगाने की जांच कर रही है। अधिकारी के मुताबिक, रोजवैली के मुख्य फर्मो से पैसे निकालने का एक चैनल के रूप में सामने आने पर एजेंसी का ध्यान ज्वेलरी कंपनी की ओर गया।

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वर्ष 2016 में रोजवैली चिटफंड घोटाले में ईडी ने आठ होटलों और 12 कीमती कारों, जिनके मूल्य 1,250 करोड़ रुपये थे, समेत कंपनी की परिसंपत्तियां जब्त की थीं

चिटफंड घोटाले में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में हजारों लोग कथित तौर पर धोखधड़ी के शिकार हुए थे।

वर्ष 2014 में एजेंसी ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कंपनी और इसके चेयरमैन गौतम कुंडू के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की थी।

कुंडू को 2015 में गिरफ्तार किया गया था।

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