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ड्राइवर ने महिला अधिकारी के साथ पार की थी हैवानियत की सभी हदें, कोर्ट ने सुनाई मौत की सजा

बदले की आग में जल रहा था लालचंद

Updated on: 14 Dec 2018, 12:43 PM

NEW DELHI:

कोटा के आर.के. पुरम थाना क्षेत्र की पॉश कॉलोनी में रहने वाली बीएसएनएल की महिला अधिकारी स्वाती गुप्ता की चाकू से गोदकर की गई निर्मम हत्याकांड के मुख्य आरोपी ड्राईवर लालचन्द को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है.

22 अगस्त 2015 को स्वाती गुप्ता की घर के बाहर ही चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई थी. वारदात को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि महिला का कार ड्राइवर लालचंद ही था. दरअसल लालचंद, स्वाती गुप्ता के यहां कार ड्राईवर था. लालचंद ने काम के दौरान कुछ गलतियां की थी, जिसके बाद स्वाती ने उसे नौकरी से निकाल दिया था.

अपनी इसी बेइज्जती और रोजगार छूटने का लालचंद को काफी मलाल था. लालचंद ने स्वाती से बदला लेने का पूरा मन बना लिया था. वह हमेशा इसी मौके की तलाश में रहता था. लालचंद के अंदर स्वाती के प्रति इतना गुस्सा और बदले की भावना थी कि उसने महिला के शरीर पर करीब चाकुओं के करीब 6 वार किए थे. लालचंद ने स्वाती पर इतनी बेरहमी से हमला किया था कि उनके बचने की कोई संभावना ही न रहे.

श्रीनाथ पुरम इलाके में रहने वाली स्वाती गुप्ता बीएसएनएल में उप मंडल अधिकारी के पद पर कार्यरत थीं. स्वाती 22 अगस्त 2015 की रात अपने घर पर गाड़ी खड़ी कर गेट बंद कर ही रही थी कि तभी लालचन्द वहां आ धमका. मौका पाते ही लालचंद ने न आव देखा न ताव और महिला पर चाकुओं से ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया.

स्वाती की निर्मम हत्या करने के बाद लालचंद वहां से फरार हो गया था. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को कुछ ही घंटो में गिरफ्तार भी कर लिया था. 3 साल तक न्यायालय में केस चला. जिसके बाद आज कोर्ट ने स्वाती गुप्ता की हत्या के मामले में लालचंद को फांसी की सजा सुनाई है.