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कसौली मर्डर: महिला अफसर को गोलियों से भूनने वाला आरोपी गिरफ्तार

हिमाचल प्रदेश के कसौली में असिस्टेंट टाउन प्लानर शैल बाला शर्मी की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी विजय को उत्तर प्रदेश के मथुरा से गिरफ्तार कर लिया है।

Updated on: 03 May 2018, 11:36 PM

नई दिल्ली:

हिमाचल प्रदेश के कसौली में होटलों और रिसॉर्ट्स के अवैध निर्माण के ध्वंस का सिलसिला गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच जारी रहा। वहीं, दो दिन पहले एक महिला अधिकारी की गोली मारकर हत्या करने वाले एक होटल के मालिक को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है।

यहां मंगलवार को नारायणी गेस्ट हाउस के मालिक विजय सिंह ने एक महिला सहायक टाउन प्लानर शैल बाला शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सर्वोच्च न्यायालय ने यहां अवैध इमारतों को गिराने के आदेश दिए हुए हैं। शैल बाला उसी आदेश का पालन करा रही थीं।

पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने यहां पत्रकारों से कहा, 'राज्य पुलिस टीम ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान में आरोपी को मथुरा से गिरफ्तार किया।'

पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी हत्या के बाद अपने मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं कर रहा था और अपनी पहचान छुपाने के लिए उसने अपनी मूंछ और बाल साफ करा लिए थे। उसे कसौली लाया जा रहा है।

इससे पहले आरोपी के पकड़ने में देरी होने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नाखुशी जताते हुए नई दिल्ली में पत्रकारों से कहा था, 'मैं लगातार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के संपर्क में हूं। मेरी सूचना के आधार पर, उसे आज (गुरुवार) या कल (शुक्रवार) गिरफ्तार किया जा सकता है।'

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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सिंह ने टाउन प्लानर को उस समय गोली मारी, जब वह उसके नारायणी गेस्ट हाउस में अवैध निर्माण हटाने को लेकर अदालत के आदेश को लागू करने पर जोर दे रही थीं।

अपराध के बाद, हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड का कर्मचारी विजय सिंह पास के वनक्षेत्र में भाग गया था। वह तीन हफ्तों की छुट्टी पर था।

मामले में लापरवाही स्वीकार करते हुए उपायुक्त विनोद कुमार ने कहा, 'अवैध निर्माण को हटाना हमारी जिम्मेदारी थी। जिला प्रशासन स्तर पर चूक हुई है। हमने डिमोलिशन टीमों को संयम बरतने के लिए कहा है।'

उन्होंने साथ ही कहा कि अवैध निर्माण ढहाने की कार्रवाई चलती रहेगी।

सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश सरकार को 9 मई को होने वाली मामले की अगली सुनवाई तक शपथ पत्र दाखिल करने को कहा जिसमें हत्या के मामले में हुई प्रगति की रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं।

सर्वोच्च न्यायालय ने अधिकारी के मारे जाने के मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए एक दिन पहले राज्य के अधिकारियों को उसके आदेश को लागू करने के दौरान अधिकारी की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करने के लिए फटकार लगाई थी।

राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने चार महीने पुरानी जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को राज्य में बिगड़ रही कानून एवं व्यवस्था के लिए जिम्मेदार ठहराया है।

कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री ने आईएएनएस से कहा, 'हत्या की घटना के दो दिन बाद भी राज्य सरकार उन कमियों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर नकेल कसने में असफल रही जिनकी वजह से एक सरकारी कर्मचारी को जान से हाथ धोना पड़ा।'

उन्होंने कहा कि जिस दिन यह अपराध हुआ उस दिन राज्य सरकार की पूरी मशीनरी जिले में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्त थी और अवैध निर्माण गिराए जाने के अभियान के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए पर्याप्त सुरक्षा की अनदेखी की गई।

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