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World Cup 2019: भारत के पास भी है पाकिस्तान के साथ न खेलने का अधिकार, 4 मौके जब टीमों ने खेलने से किया मना

आईसीसी (ICC) विश्व कप (World Cup) में होने वाले जिस महामुकाबले का इंतजार सारी दुनिया के क्रिकेट फैन्स करते हैं वह 16 जून को होना निश्चित हुआ है. हालांकि 14 फरवरी को पुलावामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद इसके खेले जाने पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं.

Updated on: 20 Feb 2019, 11:48 AM

नई दिल्ली:

क्रिकेट के महाकुंभ विश्व कप (World Cup) में अब सिर्फ 99 दिन का खेल बाकी है और भारत अपने अभियान की शुरुआत 5 जून को अफ्रीका के खिलाफ करेगा. भारत और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच आईसीसी (ICC) विश्व कप (World Cup) में होने वाले जिस महामुकाबले का इंतजार सारी दुनिया के क्रिकेट फैन्स करते हैं वह 16 जून को होना निश्चित हुआ है. हालांकि 14 फरवरी को पुलावामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद इसके खेले जाने पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं.

पूर्व बीसीसीआई (BCCI) सेक्रेटरी संजय पटेल से लेकर दिग्गज भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि भारत को विश्व कप (World Cup) में पाकिस्तान (Pakistan) के साथ मैच नहीं खेलना चाहिए. विश्व कप (World Cup) में न खेलने की मांग सबसे पहले क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के सेक्रेटरी सुरेश बाफना ने की, जिसके बाद इस मांग ने जोर पकड़ लिया है और पूर्व बीसीसीआई (BCCI) सेक्रेटरी संजय पटेल ने भी इस बात को अपना समर्थन दिया है.

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की बात करें तो वह इस बाबत आईसीसी (ICC) की 27 तारीख को दुबई में होने वाली बैठक में पाकिस्तान (Pakistan) के साथ मैच न खेलने की जानकारी दे सकता है. अगर भारत ऐसा करता है तो क्रिकेट इतिहास में यह 5वां मौका होगा जब किसी देश ने दूसरे देश के साथ मैच खेलने से इंकार कर दिया.

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ऐसी स्थिति में भारत को न सिर्फ 2 अंक गंवाने होंगे बल्कि उस पर जुर्माना भी लग सकता है. हालांकि बीसीसीआई (BCCI) की ओर से कोई भी आधिकारिक बयान इस बात पर नहीं आया है.

आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने इस मुद्दे पर कहा है कि जो भी सरकार और बीसीसीआई (BCCI) निर्धारित करेंगे टीम वैसा ही करेगी. हमारी नीति एकदम साफ है जब तक सरकार मंजूरी नहीं देगी तब तक पाकिस्तान (Pakistan) के साथ कोई मैच नहीं खेला जाएगा.

क्रिकेट इतिहास में अब से पहले 4 मौकों पर टीमों ने किसी देश के साथ मैच खेलने से इंकार किया है, आइये एक नजर डालते हैं-

1996 विश्व कप (World Cup), ऑस्ट्रेलिया बनाम श्रीलंका (Australia against Sri Lanka in 1996)
1996 में सीमित ओवरों का विश्व कप (World Cup) श्रीलंका, भारत और पाकिस्तान (Pakistan) में संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था. तयशुदा कार्यक्रम से एक महीने पहले श्रीलंका में तत्कालीन सक्रिय LTTE संगठन ने कोलंबो में बॉम्ब ब्लास्ट किया था. सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका के साथ मैच खेलने से इंकार कर दिया. मैच के दिन पूरी ऑस्ट्रलिया टीम मुंबई में ठहरी थी. मैच में शामिल न होने के कारण श्रीलंका की टीम को 2 अंक मिल गए और ग्रुप ए में टॉप पर फिनिश किया. हालांकि फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका की भिड़ंत हुई लेकिन इस बार जगह लाहौर का स्टेडियम था. इस मैच का रिजल्ट सभी को पता है जिसमें श्रीलंका और उसके कप्तान अर्जुन राणातुंगा ने अपना पहला विश्व कप (World Cup) का खिताब जीता.

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1996 विश्व कप (World Cup), वेस्टइंडीज बनाम श्रीलंका (West Indies against Sri Lanka in 1996)
ऑस्ट्रेलिया की ही तरह 1996 में आयोजित विश्व कप (World Cup) में वेस्टइंडीज की टीम ने भी सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ मैच खेलने से इंकार कर दिया था. वेस्टइंडीज की तरफ से मैच खेलने से इंकार कर देने की वजद से श्रीलंका को 2 अंक और मिल गए और वह ग्रुप स्टेज में अविजित रहा. वहीं वेस्टइंडीज ने 4 अंकों के साथ अपना सफर खत्म किया और नॉकआउट दौर में हार का सामना करना पड़ा. सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को हरा फाइनल में जगह बनाई थी.

2003 विश्व कप (World Cup), इंग्लैंड बनाम जिम्बाब्वे (England against Zimbabwe in 2003)
2003 में सीमित ओवरों का विश्व कप (World Cup) साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और केन्या में संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था. इंग्लैंड को अपना पहला मैच जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलना था, लेकिन जिम्बाब्वे में चल रहे राजनीतिक संकट और खिलड़ियों को मिल रही मौत की धमकियों के चलते इंग्लैंड ने हरारे में मैच खेलने से इंकार कर दिया. इसका इंग्लैंड को नुकसान भी उठाना पड़ा. इंग्लैंड लगातार दूसरे विश्व कप (World Cup) में ग्रुप स्टेज से बाहर हो गया था जबकि जिम्बाब्वे ने 14 अंकों के साथ ग्रुप स्टेज खत्म किया और सुपर सिक्सेस में क्वालिफाई किया. हालांकि सुपर सिक्स में जिम्बाब्वे अपना एक भी मैच जीत पाने में असफल रहा और विश्व कप (World Cup) की रेस से बाहर हो गया.

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2003 विश्व कप (World Cup), न्यूजीलैंड बनाम केन्या (New Zealand against Kenya in 2003)
2003 विश्व कप (World Cup) के दौरान जब न्यूजीलैंड की टीम को नैरोबी में एक बड़े आतंकी हमले की धमकी का पता चला तो कीवी टीम ने केन्य के खिलाफ होने वाले मैच में सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मैच खेलने से इंकार कर दिया. न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने मैच खेलने से इंकार करते हुए कहा कि आईसीसी (ICC) के सुरक्षा अधिकारियों के डेलिगेशन ने नैरोबी में बड़े आतंकी हमले की धमकी की सूचना दी है और बोर्ड को स्थान बदल पाने की कोई उपयुक्त जगह नहीं मिल रही है. नतीजन दोनों ही टीमों ने 16 अंकों के साथ ग्रुप स्टेज में फिनिश किया और सुपर सिक्स में प्रवेश किया. हालांकि सेमीफाइनल मैच में केन्या ने जगह बनाई जहां उसे भारत के हाथों 91 रनों की बड़ी हार का सामना करना पड़ा.

भारत के मौजूदा हालात को देखें तो वह काफी मजबूत टीम दिखाई दे रही है और विश्व कप (World Cup) के प्रबल दावेदारों में से एक है, लेकिन इतिहास को देखें तो मैच खेलने से इंकार करने वाले देशों का हाल कुछ खास नहीं रहा है.

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ऐसे में कहीं भारत का पाकिस्तान (Pakistan) के साथ मैच न खेलने का दांव उल्टा न पड़ जाए, आपका क्या कहना है इस बारे में