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वीरेंद्र सहवाग को नई जिम्मेदारी, नाडा के एंटी-डोपिंग पैनल के बने सदस्य

सहवाग और लांबा उस छह सदस्यीय पैनल में शामिल होंगे जिसकी अध्यक्षता रिटायर जज आर वी ईश्वर कर रहे हैं।

Updated on: 10 Nov 2017, 12:08 AM

नई दिल्ली:

भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और दिल्ली के पूर्व खिलाड़ी विनय लांबा को नाडा के एंटी डोपिंग अपील पैनल (एडीएपी) का सदस्य बनाया गया है। क्रिकेट के खिलाड़ियों को ऐसे कमेटी में अमूमन जगह नहीं दी जाती है।

सहवाग और लांबा उस छह सदस्यीय पैनल में शामिल होंगे जिसकी अध्यक्षता रिटायर जज आर वी ईश्वर कर रहे हैं।

इस पैनल के अन्य सदस्यों में वरिष्ठ वकील विभा दत्ता मखीजा, नवीन डांद और हर्ष महाजन भी शामिल हैं। पैनल की गुरुवार को दो घंटे बैठक भी चली लेकिन सूत्रों के मुताबित सहवाग इसमें शामिल नहीं हुए।

एक और चौंकाने वाले कदम के तहत नाडा ने पूर्व भारत्तोलक कुंजरानी देवी को भी डोपिंग-रोधी अनुशासन समिति (एडीडीपी) का एक सदस्य नियुक्त किया है। कुंजरानी दरअसल पहले अपने करियर में डोपिंग के मामले में छह महीने के लिए निलंबित हो चुकी हैं।

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अब कुंजरानी नाडा के उस पैनल में होंगी जो यह फैसला लेगा कि कोई खिलाड़ी डोपिंग का दोषी है या नहीं।

एडीडीपी के अन्य सदस्यों में अखिल कुमार (बॉक्सिंग), रीठ अब्राहम (एथलेटिक्स), जगबीर सिंह (हॉकी) और रोहित राजपाल (टेनिस) शामिल हैं। इस पैनल की अध्यक्षता रिटायर जिला और सत्र जज कुलदीप सिंह करेंगे।

नियमों के अनुसार डोपिंग का कोई भी मामला पहले एडीडीपी सुनता है और फिर यह मामला एडीएपी के पास जाता है।

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