Cricket Throwback: 3 बार जब निचले क्रम के बल्लेबाजों ने टीम को हार से बचाया
ऐसा भी कई बार हुआ है जब पुछल्ले बल्लेबाजों ने शानदार बैटिंग करते हुए अपनी टीम को हार से बचा लिया।
नई दिल्ली:
भारत ने ट्रेंट ब्रिज मैदान पर तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन मंगलवार को जसप्रीत बुमराह (85 रन पर पांच विकेट) की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत इंग्लैंड को 311 के स्कोर पर नौ विकेट चटका दिए हैं। इंग्लैंड को अभी मैच जीतने के लिए 210 रन और बनाने हैं जबकि भारतीय टीम शानदार जीत दर्ज करने से मात्र एक विकेट दूर है। बता दें कि भले ही इस मैच में भारत की जीत निश्चित लग रही है लेकिन क्रिकेट की दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है।
3 बार जब निचले क्रम के बल्लेबाजों ने टीम को हार से बचाया
ऐसा भी कई बार हुआ है जब पुछल्ले बल्लेबाजों ने शानदार बैटिंग करते हुए अपनी टीम को हार से बचा लिया।
वीवीएस लक्ष्मण और ईशांत शर्मा, 2010, India vs Australia
2010 में जब भारतीय टीम आस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी तब दूसरी पारी में वीवीएस लक्ष्मण और ईशांत शर्मा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए भारत को न सिर्फ हार से बचाया बल्कि 1 विकेट से मैच को जीतकर सीरीज में बढ़त भी हासिल कर ली। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया की ओर से 428 के जवाब में भारत ने 405 रन बनाए। 23 रनों की बढ़त के साथ ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरी पारी जल्द ही सिमट गई और भारत को 216 रन का लक्ष्य मिला।
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रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम भी लड़खड़ा गई। भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर और सुरेश रैना मैच में बिना खाता खोले ही वापस पवेलियन लौट गए। वहीं राहुल द्रविड़ और विरेंदर सहवाग मात्र 13 और 17 रन बना सके। इस मैच में वीवीएस लक्ष्मण ने भारत के लिए 73 नाबाद रन की पारी खेली।
जहां लक्ष्मण विकेट के एक तरफ दीवार की तरह खड़े हुए थे वहीं दूसरी तरफ बल्लेबाज रुक नहीं पा रहे थे। ऐसे वक्त में ईशांत शर्मा (31) मैदान पर आए और लक्ष्मण के साथ भारत को जीत की दहलीज तक ले गए। हालांकि जीत से कुछ पहले ही वो बेन की गेद का शिकार बन गए। इसके बाद प्रज्ञान ओझा और लक्ष्मण ने भारत को जीत दिलाकर सीरीज में बढ़त दिलाई।
शेन वॉर्न (99), Australia vs Newzealand, 2001
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में करीब 1000 विकेट लेने वाले मशहूर स्पिन गेंदबाज को 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 99 रनों की शानदार पारी के लिए भी याद किया जाता है। वॉर्न मात्र 1 रन से अपनी इकलौते टेस्ट शतक से दूर रह गए थे। वह अपने घरेलू मैदान पर शतक लगाने के उत्साह में डैनियल विटोरी की गेंद बार आउट हो गए।
हालांकि बाद में जांच करने पर यह भी पाया गया कि विटोरी की वो गेद नो बॉल थी, पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
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हरभजन सिंह, India vs New Zealand, 2010, Ahmedabad
अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम में यह भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई पहली सीरीज का पहला मैच था। इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और फैसले को सही साबित करते हुए विरेंदर सहवाग और राहुल द्रविड़ ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। पहली पारी में जहां सहवाग ने शानदार 173 रन बनाए वहीं राहुल द्रविड़ ने 104 रन बनाए। इस दौरान निचले क्रम के बल्लेबाजों में हरभजन सिंह ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 69 रन बनाए।
भारत ने पहली पारी में 487 रन बनाए जिसके जवाब में न्यूजीलैंड की पारी 465 रन पर सिमट गई। दूसरी पारी में भारत की पारी लड़खड़ा गई और भारत के 7 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके।
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इस मैच में हरभजन सिंह ने दूसरी पारी में शानदार शतक लगाते हुुए वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर भारत की पारी को 261 रनों तक पहुंचाया। इस मैच में लक्ष्मण ने 91 रन बनाए। हरभजन की शानदार शतकीय पारी की बदौलत भारत इस मैच को ड्रा करने में कामयाब हो गया।
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