logo-image

#MeToo: राहुल जोहरी पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करेगी COA, किया समिति का गठन, 15 दिन में जमा कराए रिपोर्ट

जस्टिस शर्मा को इस 3 सदस्यीय समिति का अध्यक्ष चुना गया है. सीओए ने जांच समिति से 15 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट जमा कराने का निर्देश दिया है.

Updated on: 26 Oct 2018, 09:08 AM

नई दिल्ली:

विनोद राय (Vinod Rai) के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की ओर से नियुक्त प्रशासकों की समिति (Committee of Administrators) उर्फ सीओए (CoA) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) [Board of Control for Cricket in India (BCCI)] के सीईओ राहुल जोहरी (CEO Rahul Johri) के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न (sexual harassment) के आरोपों की जांच के लिए 3 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है.

सीओए ने गुरुवार को तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया. इस समिति में इलाहाबाद हाई कोर्ट (Allahabad High Court) के पूर्व जस्टिस राकेश शर्मा, दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह और पूर्व सीबीआई (CBI) निदेशक और रिटायर्ड आईपीएस (IPS) पी सी शर्मा को शामिल किया गया है.

जस्टिस शर्मा को इस 3 सदस्यीय समिति का अध्यक्ष चुना गया है. सीओए ने जांच समिति से 15 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट जमा कराने का निर्देश दिया है.

और पढ़ें: ‘Me Too’ में नाम आने के बाद BCCI ने सीईओ राहुल जौहरी को छुट्टी पर भेजा

गौरतलब है कि देश भर में चल रहे मीटू कैंपेन (#Metoo Campaign) के तहत एक महिला लेखक की ओर से राहुल जोहरी पर यौन उत्पीड़न (sexual harassment) का आरोप लगाए जाने के बाद सीओए ने एक हफ्ते के भीतर सफाई देने की मांग की थी. जिसके बाद राहुल जोहरी ने 20 अक्टूबर को आरोपों को सिरे से नकारते हुए अपना जवाब दायर किया.

सीओए की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रशासकों की समिति ने इस मामले पर 20 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को लेकर बैठक की. इस दौरान सीओए अध्यक्ष विनोद राय ने महसूस किया कि इस मामले में न्याय के लिए कानून के प्राकृतिक सिद्धांतों और उचित प्रक्रिया का पालन करना होगा.

उन्होंने कहा कि न्याय के लिए मामले की जांच एक स्वतंत्र समिति से करानी चाहिए जो कि निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से जांच कर सके, जिसकी सिफारिश और निष्कर्ष के आधार पर न्याय तक पहुंचा जा सके.

और पढ़ें: #MeToo Campaign : COA ने BCCI सीईओ राहुल जौहरी से यौन उत्पीड़न के आरोपों पर मांगा जवाब

सीओए ने बयान में कहा,' इस मामले पर कानूनी सलाह के साथ-साथ सभी प्रासंगिक बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद एक 3 सदस्यीय स्वतंत्र समिति के गठन का निर्माण करने का फैसला किया है जो कि आरोपों की स्वतंत्र रूप से जांच कर अपनी रिपोर्ट को जमा करेगी.'

बता दें कि 2016 में बीसीसीआई में आने से पहले जोहरी डिस्कवरी नेटवर्क एशिया पैसिफिक (दक्षिण एशिया) के कार्यकारी उपाध्यक्ष थे. उन पर महिला लेखक ने नौकरी देने के बदले फायदा उठाने के इल्जाम लगाए हैं.

महिला लेखक हरनिद्ध कौर ने अपने ट्वीटर हैंडल पर कुछ स्क्रीनशॉट्स जारी किए हैं जिनमें उन्होंने आपबीती लिखी है.

और पढ़ें: #MeeToo: महिला ने BCCI सीईओ पर यौन उत्पीड़न के लगाए आरोप

महिला ने जौहरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन्होंने अपने घर ले गए जहां उन्होंने महिला से कहा कि यह उनके इंटरव्यू का आखिरी हिस्सा है.

उन्होंने लिखा, 'काफी वर्षो तक मैंने अपने आप से कहा, मैंने यह बुरा किया.. लेकिन सच्चाई यह है कि ये सब काफी अचानक हो गया और इस तरह से किया गया कि मुझे यह तक समझने का मौका नहीं मिला की क्या चल रहा है.'

क्रिकेट जगत में मीटू का यह तीसरा वाकया है. इससे पहले अर्जुन राणातुंगा और लसिथ मलिंगा पर भी इस तरह के आरोप लग चुके हैं.