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Ind vs Eng: भारत की हार से आहत हुए विराट कोहली, कहा- सीखना होगा जीत का हुनर

अपनी हार से आहत भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि उनकी टीम विदेशी दौरों पर सिर्फ प्रतिस्पर्धी बनकर ही संतोष नहीं कर सकती और उसे दबाव की स्थिति में नतीजे देने की कला सीखनी होगी।

Updated on: 03 Sep 2018, 11:53 PM

नई दिल्ली:

मैन आफ द मैच मोइन अली (71/4) और जेम्स एंडरसन तथा बेन स्टोक्स के दो-दो विकेटों की बदौलत इंग्लैंड ने रोज बाउल स्टेडियम में चौथे टेस्ट मैच में भारत को 60 रन से हराकर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। भारत एक समय तीन विकेट पर 123 रन बनाकर अच्छी स्थिति में था, लेकिन इसके बाद उसने आखिरी के सात विकेट 61 रन जोड़कर गंवा दिए। मेहमान टीम चायकाल के बाद 69.4 ओवर में 184 रन पर ऑलआउट हो गई। 

अपनी हार से आहत भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि उनकी टीम विदेशी दौरों पर सिर्फ प्रतिस्पर्धी बनकर ही संतोष नहीं कर सकती और उसे दबाव की स्थिति में नतीजे देने की कला सीखनी होगी। 

कोहली ने कहा कि क्रीज पर खड़े होने के दौरान ही स्थिति को समझने की जरूत है, मैच खत्म होने के बाद नहीं। कोहली ने कहा, ‘हम स्कोरबोर्ड को देखकर यह नहीं कह सकते कि हम सिर्फ 30 या 50 रन दूर थे। जब हम इस स्थिति से गुजर रहे हों तब हमें इसे समझना होगा, बाद में नहीं। हमें पता है कि हमने अच्छा क्रिकेट खेला लेकिन हम स्वयं को बार-बार यह नहीं कह सकते कि हमने अच्छी प्रतिस्पर्धा पेश की।’ 

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उन्होंने कहा, ‘जब आप इतने करीब आ जाते हो तो नतीजा देना भी एक कला है, जिसे हमें सीखना होगा। हमारे अंदर क्षमता है, यही कारण है कि हम नतीजे के करीब पहुंच रहे हैं। लेकिन जब दबाव की स्थिति हो तो हमें प्रतिक्रिया देनी होगी और हमें इस पर काम करने की जरूरत है।’

साउथ अफ्रीका की तरह इंग्लैंड दौरे पर भी भारत ने शुरुआती दो टेस्ट गंवाए और फिर तीसरे टेस्ट में जोरदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की।

चौथे टेस्ट और सीरीज में बल्लेबाजों की नाकामी के बारे में पूछने पर कप्तान ने कहा, ‘टेस्ट मैच की पहली पारी में अहम लम्हों की पहचान करना बेहद मुश्किल है। लेकिन आउट होने के बाद मैंने स्वयं सोचा कि अगर उस दिन मैं और लंबे समय तक बल्लेबाजी करता तो हमारी बढ़त और अधिक हो सकती थी।’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन इसके बाद भी हमने सोचा कि अगर कुछ और साझेदारियां होतीं तो हम अपनी बढ़त में इजाफा कर सकते थे। अंत में पुजारा को तेज बल्लेबाजी करते हुए हमें लगभग 30 रन की बढ़त दिलानी पड़ी। मुझे लगता है कि इसी चीज (साझेदारियों से) से पहली पारी में हमारी बढ़त में इजाफा हो सकता था।’

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कप्तान ने कहा, ‘इसके अलावा एक कप्तान के रूप में मुझे नहीं लगता कि किसी पहलू को नकारात्मक मानकर सोचने की जरूरत है क्योंकि हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।’

कोहली ने कहा कि उनकी टीम ने कभी हार नहीं मानी और इंग्लैंड को जीत दर्ज करने के लिए पसीना बहाना पड़ा। इंग्लैंड के आफ स्पिनर मोईन अली ने मैच में 134 रन देकर नौ विकेट चटकाए जबकि भारतीय आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन जादू बिखेरने में नाकाम रहे। कोहली ने मोईन की तारीफ की लेकिन साथ ही अश्विन का बचाव भी किया।

उन्होंने कहा, ‘अश्विन ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। उसने गेंद को सही जगह पर पिच किया। उसे वह नतीजे नहीं मिले जिसकी हमें उम्मीद थी। हम सभी अच्छा प्रदर्शन करने का प्रयास करते हैं। लेकिन कभी कभी आपको नतीजे नहीं मिलते।’