Ind Vs Eng: विराट कोहली की टीम इंडिया को हर हाल में ट्रेंट ब्रिज स्टेडियम में करनी होगी फतह
इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में पहले 2 टेस्ट हारने के बाद अब भारतीय टीम जब ट्रेट ब्रिज स्टेडियम में तीसरा टेस्ट खेलने शनिवार को उतरेगी तो लक्ष्य सिर्फ सीरीज में वापसी का होगा।
नई दिल्ली:
इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में पहले 2 टेस्ट हारने के बाद अब भारतीय टीम जब ट्रेट ब्रिज स्टेडियम में तीसरा टेस्ट खेलने शनिवार को उतरेगी तो लक्ष्य सिर्फ सीरीज में वापसी का होगा। भारत को हर हार में एजबास्टन और लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर मिली हार को भुलाकर आगे बढ़ना होगा। टीम इंडिया की राह इस मैच में भी आसान नहीं होगा। भारत को कई समस्याओं से पार पाना होगा..
बल्लेबाजी पर भारत को विशेष ध्यान देने की जरुरत है। हालांकि लॉर्ड्स और एजबेस्टन के मुकाबले ट्रेट ब्रिज स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार है लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाज सानदार फॉर्म में है और इसलिए भारतीय बल्लेबाजों को हर कदम फूंक-फूंक कर रखना होगा।
टीम इंडिया पिछले चार पारियों में एक बार भी 250 से ज्यादा का स्कोर नहीं बना पाई है। इस लिए तीसरे टेस्ट में टीम के बल्लेबाजों को मजबूत मानसिकता और बेतरीन तकनीक के साथ उतरना होगा।
पिच से उम्मीद की जा रही है कि ट्रेट ब्रिज स्टेडियम की पिच गर्मी के कारण सूखी रहेगी। ऐसी स्थिति में तेज गेंदबाजों का दबदबा कम हो सकता है। इस मैच में स्पिनरों का कमाल देखने को मिल सकता।
और पढ़ें: विराट कोहली की टीम इंडिया ने इंग्लैंड में फहराया तिरंगा, देखिए वीडियो
इस पिच पर भारत के रिकॉर्ड की बात करें तो टीम इंडिया ने यहां 6 टेस्ट खेला है। 11 साल पहले 2007 में भारत एकमात्र टेस्ट इस मैदान पर जीते है। 2007 में राहुल ड्रविड़ की कप्तानी में भारत ने 73 रन से मैच जीता था। जबकि पिछली बार 2014 में जब भारत इंग्लैंड के खिलाफ इस मैदान पर टेस्ट खेलने उतरा तो वह मैच ड्रा रहा था।
बता दें कि 5 मैचों के टेस्ट सीरीज में भारत 2 मैच हार चुका है। पहले टेस्ट में मेजबान इंग्लैंड ने भारत को 84 और दूसरे टेस्ट में 159 रनो से मात दी थी।
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Dharma According To Ramayana: रामायण के अनुसार धर्म क्या है? जानें इसकी खासियत
-
Principles Of Hinduism : क्या हैं हिंदू धर्म के सिद्धांत, 99% हिंदू हैं इससे अनजान
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त में खरीदें सोना-चांदी, भग्योदय होने में नहीं लगेगा समय
-
Types Of Kaal Sarp Dosh: काल सर्प दोष क्या है? यहां जानें इसके प्रभाव और प्रकार के बारे में