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INDIA vs ENGLAND: इन 5 कारणों से इंग्लैंड में टीम इंडिया को मिली करारी शिकस्त

अंतिम टेस्ट मैच में लोकेश राहुल की शतकीय पारी को छोड़ दिया जाय तो भारतीय ओपनर बल्लेबाजों ने पूरी सीरीज में एक अर्द्धशतक भी नहीं लगा पाए।

Updated on: 12 Sep 2018, 02:56 PM

नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट टीम का टेस्ट सीरीज हारते ही इंग्लैंड के खिलाफ एक निराशाजनक दौरे का अंत हुआ हालांकि भारत को टी-20 सीरीज में 2-1 से जीत मिली थी। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज को 4-1 से गंवा दिया। पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में भारत को 118 रन से हार का सामना करना पड़ा। तीसरे टेस्ट में 203 रनों से मिली जीत के अलावा भारतीय टीम का प्रदर्शन बल्लेबाजी के स्तर पर ज्यादा ही खराब रहा। भारतीय टीम ने बल्लेबाजी में फेरबदल कर भी सीरीज में इंग्लैंड के सामने घुटने टेकते हुए नजर आयी।

टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन टीम भारत का इंग्लैंड के खिलाफ ओवरऑल प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट की रैंकिंग में पांचवें स्थान पर है।

भारत के टेस्ट सीरीज हारने के ये हैं 5 बड़े कारण

1. भारतीय ओपनिंग जोड़ी का न चलना- सीरीज के पांचों मैचों में भारत की ओपनिंग साझेदारी अच्छी नहीं रही। भारतीय टीम को ओपनर बल्लेबाजों द्वारा एक अच्छी शुरुआत नहीं मिलना हार का बड़ा कारण रहा। किसी मैच में ओपनर बल्लेबाजों के बीच शतकीय साझेदारी नहीं बन पायी। ना तो मुरली विजय और शिखर धवन की जोड़ी ने टीम को शतकीय शुरुआत दिलाई और ना ही के एल राहुल और शिखर धवन ही ऐसा कर पाए।

2. ओपनर बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन- अंतिम टेस्ट मैच में लोकेश राहुल की शतकीय पारी को छोड़ दिया जाय तो भारतीय ओपनर बल्लेबाजों ने पूरी सीरीज में एक अर्द्धशतक भी नहीं लगा पाए। भारतीय टीम की सीरीज में हार के लिए इसे एक बड़ी वजह माना जा सकता है। शिखर धवन ने पूरी सीरीज में भारतीय टीम को निराश किया।

3. बड़े स्कोर खड़ा न कर पाना- भारतीय टीम टेस्ट सीरीज में बड़े स्कोर खड़ा करने में पूरी तरह नाकाम रही। एक भी मैच में 400 का आंकड़ा नहीं छू पाई। हालांकि इंग्लैंड की टीम ने भी आखिरी टेस्ट मैच की दूसरी पारी को छोड़ 400 का आंकड़ा नहीं छू पाई। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने टेस्ट सीरीज शुरू होने के पहले कहा था कि अगर भारत को इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतनी है तो बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा और पहली पारी में 400-450 रन बनाने होंगे।

4. लचर मध्य क्रम- टेस्ट क्रिकेट में जीत के लिए और एक बड़े स्कोर के लिए मध्य क्रम बल्लेबाजों की सबसे बड़ी भूमिका होती है लेकिन कप्तान विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा को छोड़कर इस सीरीज में सभी भारतीय बल्लेबाज फिसड्डी दिखे। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने भी पूरी सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखाया। सीरीज के दौरान बल्लेबाजी के मोर्चे पर पूरी टीम विराट कोहली पर निर्भर दिखी।

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5. खराब फील्डिंग- इस सीरीज में भारतीय टीम के लिए करारी हार की एक बड़ी वजह फील्डिंग भी रही। इंग्लैंड की टीम के मुकाबले भारतीय टीम जरूर कमजोर दिखी। कई अच्छे मौकों पर कैच छोड़ना भी टीम को भारी पड़ा। विश्व की टॉप टीम भारत के लिए यह सीरीज जरूर सबक सिखाने वाली है। विदेशी पिच पर भारतीय टीम का प्रदर्शन घरेलू मैदानों की तुलना में कमजोर रहा है।