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IND vs AUS: कोच रवि शास्त्री ने बताया आखिर कब लौटेंगे पृथ्वी शॉ

उनके बाएं टखने में चोट लगी है जिसके कारण वह पहले टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे. बॉक्सिंग डे टेस्ट 26 दिसंबर से 30 दिसंबर तक मेलबर्न में खेला जाएगा.

Updated on: 05 Dec 2018, 05:02 PM

नई दिल्ली:

भारतीय कोच रवि शास्त्री (Ravi Shashtri) ने बुधवार को कहा कि युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithwi Shaw) टखने की अपनी चोट से तेजी से उबर रहे हैं और उनकी मेलबर्न में होने वाले ‘बॉक्सिंग डे’ टेस्ट मैच में वापसी करने की संभावना है. मुंबई का यह 19 वर्षीय बल्लेबाज क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (Australia) एकादश के खिलाफ सिडनी (Sydney) में भारत के अभ्यास मैच के दौरान डीप मिडविकेट बाउंड्री पर कैच लेते समय चोटिल हो गया था. उनके बाएं टखने में चोट लगी है जिसके कारण वह पहले टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे. बॉक्सिंग डे टेस्ट 26 दिसंबर से 30 दिसंबर तक मेलबर्न में खेला जाएगा.

रवि शास्त्री (Ravi Shashtri) ने ऑस्ट्रेलियाई रेडियो चैनल ‘सेन वाटेले’ से कहा, ‘उसका इस तरह से चोटिल होना दुखद है लेकिन अच्छी बात यह है कि उसकी स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है. उन्होंने चलना शुरू कर दिया है और अगर उन्होंने सप्ताहांत तक दौड़ना शुरू कर दिया तो यह अच्छा संकेत होगा.’

उन्होंने कहा, ‘वह अभी युवा है और वह जल्दी फिट हो सकता है. हम पर्थ (दूसरे टेस्ट मैच के दौरान) में उसको लेकर फैसला कर सकते हैं.’

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भारत और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच गुरुवार से शुरू होगा. रवि शास्त्री (Ravi Shashtri) ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम विराट कोहली की टीम के लिये कड़ी चुनौती पेश करेगी.

उन्होंने कहा, ‘स्वदेश में कोई भी टीम कमजोर नहीं है. स्वदेश में हर टीम मजबूत होती है. यह मायने नहीं रखता कि आपका प्रतिद्वंद्वी कौन है और मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया (Australia) अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेगा. लेकिन हमारे पास प्रतिभा और अनुभव है. गेंदबाजी विभाग में हमारे पास कुशल गेंदबाज हैं.’

भारतीय कोच ने कहा कि उन्हें कुछ सत्रों में नहीं बल्कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा.

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उन्होंने कहा, ‘आप एक या दो अच्छे सत्र के आधार पर जीत नहीं सकते हो, आपको पूरे मैच में प्रतिस्पर्धी बने रहना होगा क्योंकि मैचों में एक घंटे के अंदर पासा पलट जाता है. खिलाड़ी इससे अच्छी तरह वाकिफ हैं और वे जानते हैं कि उन्हें हर समय अपना सर्वश्रेष्ठ करना होगा.’