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IND vs AUS: रवींद्र जडेजा मामले में सवाल उठाने वालों को रवि शास्त्री का तीखा जवाब

शास्त्री ने जडेजा को अंतिम एकादश में न खिलाने पर कहा कि उनके कंधे में उस समय से जकड़न थी जब वह घरेलू क्रिकेट खेल रहे थे और यहां पहुंचने के चार दिन बाद उन्हें इंजेक्शन दिए गए थे.

Updated on: 23 Dec 2018, 06:53 PM

मेलबर्न:

भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में ऑफ स्पिनर रवींद्र जडेजा को अंतिम एकादश में शामिल नहीं करने पर हो रही आलोचनाओं पर अब जाकर अपनी चुप्पी तोड़ी है. जडेजा को पर्थ में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के लिए 13 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया था. उन्हें अंतिम एकादश से बाहर रखा गया था. हालांकि वह ऑस्ट्रेलिया की दोनों पारियों में क्षेत्ररक्षण करते हुए नजर आए थे. भारत इस मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था जहां उसे 146 रन से हार का सामना करना पड़ा था.

शास्त्री ने जडेजा को अंतिम एकादश में न खिलाने का खुलासा करते हुए कहा कि उनके (जडेजा) कंधे में उस समय से जकड़न थी जब वह घरेलू क्रिकेट खेल रहे थे और यहां पहुंचने के चार दिन बाद उन्हें इंजेक्शन दिए गए थे.

शास्त्री ने रविवार को कहा, 'जब आप लाखों मील दूर बैठे होते हों तो बातें बनाना आसान होता है. जडेजा के साथ समस्या यह थी कि कंधे में जकड़न के कारण ऑस्ट्रेलिया आने के चार दिन बाद उन्होंने इंजेक्शन लिया था. इसका असर होने में कुछ समय लगा.'

उन्होंने कहा, 'जब वह भारत में थे तब भी उनके कंधे में जकड़न थी लेकिन इसके बाद वह घरेलू क्रिकेट में खेले थे. लेकिन ऑस्ट्रेलिया आने के बाद उन्होंने फिर से यही परेशानी महसूस की और उन्हें इंजेक्शन दिया गया.'

हालांकि कोच का जडेजा पर दिए गए इस बयान से अब यह सवाल उठने लगे हैं कि पूरी तरह से फिट नहीं होने के बावजूद जडेजा को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर क्यों लाया गया. वहीं, दूसरी तरफ बीसीसीआई ने जब पर्थ टेस्ट की पूर्वसंध्या पर फिटनेस बयान जारी किया था तो उसमें भी जडेजा की फिटनेस को लेकर कोई जिक्र नहीं था. कोच ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि जडेजा को चोट से उबरने में उम्मीद से अधिक समय लगा.

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उन्होंने कहा, 'इसमें (जडेजा के उबरने में) उम्मीद से अधिक समय लगा और हम सतर्कता बरतना चाहते थे. आप यह नहीं चाहते कि पांच या 10 ओवर फेंकने के बाद कोई गेंदबाज बाहर हो जाए. पर्थ के लिए वह 70 से 80 प्रतिशत ही फिट थे, इसलिए हम उन्हें खिलाने को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते थे. अगर वह यहां (मेलबर्न में) 80 प्रतिशत फिट रहते हैं तो उन्हें टीम में शामिल किया जाएगा.'

शास्त्री ने कहा, 'जडेजा के अलावा मुझे नहीं लगता कि चयन को लेकर और कोई दुविधा थी और अगर ऐसा कुछ था तो यह मेरी समस्या नहीं है.'

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