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बेंगलुरू टेस्ट: पहले मैच में दो दिन में ही हारी अफगानिस्तान, भारत ने पारी और 262 रनों से हराया

दूसरे दिन कुल 24 विकेट गिरे जिसमें 20 विकेट अफगानिस्तान के थे तो वहीं चार विकेट भारत के।

Updated on: 15 Jun 2018, 07:13 PM

बेंगलुरू:

टी-20 में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित करने वाली अफगानिस्तान की टीम खेल के सबसे लंबे प्रारूप- टेस्ट मैच में दो दिन से ज्यादा नहीं खेल पाई। उसे अपने पदार्पण टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को विश्व की नंबर-1 टीम भारत के हाथों पारी और 262 रनों के विशाल अंतर से हार का सामना करना पड़ा।

अफगानिस्तान ने अपनी दोनों पारियां क्रमश: दिन के दूसरे और आखिरी सत्र में खेलीं। भारतीय गेंदबाजों ने उसे तीसरे दिन तक जाने नहीं दिया और टेस्ट इतिहास में पहली बार दो दिन में जीत हासिल की।

इस मैच में टेस्ट में एक दिन में सबसे ज्यादा विकेट गिरने का रिकार्ड भी बना है। दूसरे दिन कुल 24 विकेट गिरे जिसमें 20 विकेट अफगानिस्तान के थे तो वहीं चार विकेट भारत के।

भारत ने पहली पारी में शिखर धवन (107), मुरली विजय (105), हार्दिक पांड्या (71) और लोकेश राहुल (54) की बेहतरीन पारियों के दम पर 474 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था।

अफगानिस्तान को दूसरे दिन के दूसरे सत्र में अपनी पहली पारी खेलने का मौका मिला, जिसमें वह 27.5 ओवरों में महज 109 रनों पर ढेर हो गई और इसी के साथ चायकाल की घोषणा भी कर दी गई। भारत ने पहली पारी के आधार पर 365 रनों की बढ़त ले ली थी और मेहमान टीम को फॉलोऑन के लिए आमंत्रित किया।

फॉलोऑन के साथ दूसरी पारी खेलने उतरी अफगानिस्तान के बल्लेबाज एक बार फिर टेस्ट की परीक्षा में फेल रहे और भारत के गेंदबाजों के सामने 38.4 ओवरों में 103 रनों पर ही ढेर हो गए और इस तरह अफगानिस्तान को अपने पदार्पण टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा।

यह भारत की टेस्ट में दो दिनों में ही मिली पहली जीत है। इससे पहले भारत ने कभी भी टेस्ट में दो दिनों में जीत हासिल नहीं की थी।

दूसरी पारी में अफगानिस्तान के लिए हसमातुल्लाह ने सबसे ज्यादा 36 रन बनाए। वह 88 गेंदों में छह चौके लगाकर नाबाद लौटे। कप्तान असगर स्टानिकजई ने 25 रन बनाए। दूसरी पारी में अफगानिस्तान के सिर्फ चार बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके। हसमातुल्लाह और स्टानिकजाई के अलावा सलामी बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद और राशिद खान ने क्रमश: 13 और 12 रन बनाए।

दूसरी पारी में भारत के लिए रवींद्र जडेजा ने चार विकेट लिए। उमेश यादव को तीन और ईशांत शर्मा को दो सफलता मिली। रविचंद्रन अश्विन के हिस्से एक विकेट आया।

दूसरी पारी में हसतामुल्लाह और स्टानिकजाई ने टीम को संभालने की कोशिश की और पांचवें विकेट के लिए 37 रनों की साझेदारी की जो इस मैच में अफगानिस्तान के लिए सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई। जडेजा ने स्टानिकजाई को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा और फिर जल्द ही अफगानिस्तान 103 रनों तक पवेलियन लौट गई।

पहली पारी में अफगानिस्तान की तरफ से मोहम्मद नबी ने सबसे ज्यादा 24 रन बनाए। मुजीब उर रहमान ने नौ गेंदों में दो चौके और एक छक्के मदद से 15 रनों की पारी खेली। रवींद्र जडेजा ने मुजीब को आउट कर अफगानिस्तान को पवेलियन भेजा।

भारत की तरफ से पहली पारी में अश्विन ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। ईशांत और जडेजा को दो-दो विकेट लिए। उमेश को एक सफलता मिली।

इससे पहले, भारत ने दूसरे दिन की शुरुआत छह विकेट के नुकसान पर 347 रनों के साथ की। दूसरे दिन के पहले सत्र में टीम ने अपने खाते में 127 रन जोड़े और पवेलियन लौट गई।

पहले दिन नाबाद रहे पांड्या (71) और अश्विन (18) ने सातवें विकेट के लिए 35 रन जोड़े और टीम को 369 के स्कोर पर पहुंचाया। इसी स्कोर पर अहमदजाई ने अश्विन को विकेट के पीछे खड़े अफसर जजाई के हाथों कैच आउट कर भारतीय टीम को दिन का पहला झटका दिया।

हार्दिक ने इसके बाद जडेजा (20) के साथ मिलकर 67 रनों की शानदार अर्धशतकीय साझेदारी की। इस साझेदारी को 436 रनों के कुल स्कोर पर नबी ने जडेजा को आउट कर तोड़ा।

वफादार ने इसके बाद पांड्या को भी ज्यादा देर तक मैदान पर नहीं टिकने दिया और जजाई के हाथों कैच आउट करा भारतीय टीम का नौवां विकेट भी गिरा दिया। पांड्या ने 94 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके लगाए।

इसके बाद उमेश ने शर्मा (8) के साथ 10वें विकेट के लिए 34 रन जोड़े और टीम को 474 के स्कोर तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर राशिद ने ईशांत को पगबाधा आउट कर पवेलियन भेजा।

ईशांत ने रिव्यू की अपील की। रिव्यू में तीसरे अंपायर ने ईशांत को आउट पाया। इसके साथ ही 474 रनों के स्कोर पर भारतीय टीम की पारी का समापन हो गया।

इस पारी में अफगानिस्तान के लिए अहमदजाई ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए, वहीं वफादार और राशिद को दो-दो विकेट मिले। मुजीब उर-रहमान और नबी को एक-एक सफलता हासिल हुई।

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