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World Cup से पहले हरभजन सिंह ने बताया टीम इंडिया की जीत का फार्मूला

सीनियर ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने सुझाव दिया कि महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की करारे शॉट मारने की कला अब भी बरकरार है और भारतीय टीम प्रबंधन को विश्व कप के दौरान उन्हें शुरू से ही आक्रमण करने के लिए जरूर उतारना चाहिए.

Updated on: 18 May 2019, 12:41 PM

नई दिल्ली:

सीनियर ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने सुझाव दिया कि महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की करारे शॉट मारने की कला अब भी बरकरार है और भारतीय टीम प्रबंधन को विश्व कप के दौरान उन्हें शुरू से ही आक्रमण करने के लिए जरूर उतारना चाहिए. पर ऐसा देखा जा रहा है कि महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) अब आक्रामक रुख अख्तियार करने से पहले क्रीज पर काफी समय बिता रहे हैं, लेकिन एक समय राष्ट्रीय टीम और मौजूदा चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के साथी हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) चाहते हैं कि वह शुरू से ही आक्रामक रहें.

हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने कहा, ‘मुझे लगता है कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ तभी करता है जब वह शुरू से ही हिट करता है. उनकी कुछ सर्वश्रेष्ठ पारियां आई हैं जब उन्होंने शुरू से ही आक्रामक रूख किया है. मुझे लगता है कि टीम प्रबंधन को उन्हें और हार्दिक पंड्या को उनके मन मुताबिक बल्लेबाजी करने की छूट देनी चाहिए. कोई पांबदी नहीं.’

हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) का मानना है शीर्ष क्रम बल्लेबाज शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली और लोकेश राहुल अच्छी पारियां खेल सकते हैं इसलिए महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) आक्रमक खेलने के लिए आजाद हैं.

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लेकिन यह पूछने पर कि जब मध्य ओवरों में जब स्पिनर जैसे मिशेल सैंटनर या नाथन लायन गेंदबाजी करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘मैं यही कहना चाहता हूं. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) किसी भी स्पिनर की दूसरी गेंद पर छक्का जड़ देते. उन्हें ऐसा करना चाहिए और वह ऐसा कर भी सकते हैं क्योंकि मैंने चेन्नै सुपर किंग्स के नेट्स में उन्हें देखा है. उनके शॉट्स में बहुत जान है.’

हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) चाहते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की वही धाकड़ मौजूदगी बरकरार रहे जैसे कि उनकी और वीरेंदर सहवाग की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके सर्वश्रेष्ठ वर्षों के दौरान रहती थी.

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भारत के महान स्पिनरों में से एक ने कहा, ‘मैं आपको बता सकता हूं कि एक गेंदबाज का दिमाग कैसे काम कर रहा है. मान लीजिये अगर मैं केविन पीटरसन और इयान बेल को गेंदबाजी कर रहा हूं तो मैं बेल की तुलना में पीटरसन के बारे में ज्यादा चिंतित रहूंगा. मैं केपी को दो डॉट गेंद फेक सकता हूं लेकिन उसमें ऐसी काबिलियत है कि वह मेरी गेंदों पर शॉट जड़ दे. जबकि बेल एक एक रन के लिए खेलेगा. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) भी केपी की तरह गेंदबाजों को भयभीत कर देता है. उसका दबदबा ऐसा ही है.’