logo-image

चैम्पियंस ट्रॉफी 2017: पाकिस्तान के खिलाफ भारत को क्यों रहना चाहिए सावधान...ये हैं डराने वाले रिकॉर्ड

चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान पहली बार पहुंचा है। इस लिहाज से वह इस मौके को छोड़ना नहीं चाहेगा। दूसरी ओर भारत दो बार इस टूर्नामेंट को जीत चुका है।

Updated on: 17 Jun 2017, 12:10 AM

नई दिल्ली:

चैम्पियंस ट्रॉफी-2017 के खिताबी जंग की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। यह मुकाबला इसलिए भी अहम है क्योंकि यह भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाना और दोनों में से कोई भी टीम किसी भी हालत में हार नहीं चाहेगी।

लीग मैच में पाकिस्तान को भारत से पटखनी मिल चुकी है लेकिन खिताब मुकाबला अलग होगा। इस लिहाज से भारत को पाकिस्तान से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।

आईए, हम आपको बताते हैं कि भारत को किन मामलों और किन रिकॉर्ड्स के आधार पर पाकिस्तान से सावधान रहने की जरूरत है...

1. पाकिस्तान अगर करे पहले गेंदबाजी: चैम्पियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान ने अब तक हमेशा टॉस जीतने के बाद गेंदबाजी का फैसला किया है। पाकिस्तान की गेंदबाजी उसका मजबूत पक्ष है। इस लिहाज से उसने हमेश पहले गेंदबाजी कर विपक्षी टीम को पहले कम रनों पर रोका है और फिर सफलतापूर्वक उसका पीछा किया। हालांकि, भारत के खिलाफ उसकी यह रणनीति काम नहीं आई।

इस लिहाज से देखना होगा कि क्या पाकिस्तान अगर टॉस जीतता तो एक बार फिर पहले गेंदबाजी का विकल्प चुनेगा? वैसे 2015 के बाद से ओवल मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए औसत स्कोर 293 से 300 रनों का रहा है। इसलिए देखना होगा कि क्या इस बार भी पाकिस्तान पहले बॉलिंग करेगा।

2. फाइनल में पाकिस्तान का रिकॉर्ड ज्यादा अच्छा: आईसीसी इवेंट में जरूर भारत ने पाकिस्तान को कई बार पटखनी दी है। वर्ल्ड कप में पाकिस्तान कभी भी भारत को नहीं हरा सका है। वहीं, चैम्पियंस ट्रॉफी में भी भारत और पाकिस्तान के हार-जीत का हिसाब 2-2 से बराबर है। लेकिन खिताबी मुकाबलों की कहानी अलग है। 1985 से अब तक भारत और पाकिस्तान 10 बार फाइनल में आमने-सामने आए हैं। इनमें 7 बार पाकिस्तान ने तो भारत ने केवल तीन बार बाजी मारी है।

यह भी पढ़ें: चैम्पियंस ट्रॉफी: भारत के खिलाफ फाइनल के लिए फिट हुए पाकिस्तान के मोहम्मद आमिर लेकिन खेलने पर संशय

3. पाकिस्तान की गेंदबाजी: चैम्पियंस ट्रॉफी-2017 के अपने पहले ही मैच में पाकिस्तान को भारत के खिलाफ अपने बेहतरीन गेंदबाज वहाब रियाज से हाथ धोना पड़ा। रियाज चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। इसके बावजूद पाकिस्तान ने अपनी गेंदबाजी में ज्यादा गिरावट नहीं आने दी। सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ नए खिलाड़ी रुम्मान रईस ने भी खासा प्रभावित किया। मोहम्मद आमिर की गैरहाजिरी में खेल रहे रईस ने दो विकेट निकाले।

यह भी पढ़ें: चैम्पियंस ट्रॉफी: आमिर सोहेल का आरोप, फिक्स था पाकिस्तान-इंग्लैंड सेमीफाइनल मुकाबला

4. पाकिस्तान टूर्नामेंट के फाइनल में पहली बार पहुंचा है: चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान पहली बार पहुंचा है। इस लिहाज से वह इस मौके को छोड़ना नहीं चाहेगा। दूसरी ओर भारत दो बार इस टूर्नामेंट को जीत चुका है। यही नहीं, टीम इंडिया मौजूदा चैम्पियन भी है, इस लिहाज से विराट कोहली की सेना पर दबाव ज्यादा होगा। टीम इंडिया के सामने इसी दवाब से निपटने की सबसे बड़ी चुनौती होगी

यह भी पढ़ें: 'बाहुबली 2' रिलीज के 50 दिन बाद भी मचा रही धमाल, कमाये इतने करोड़ रूपये