logo-image

B'Day Spl: क्या आप जानते हैं सचिन तेंदुलकर की यह अनकही बातें

महज 16 साल की उम्र में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस शख्स ने 40 की उम्र तक अपना सर्वस्व खेल को न्यौछावर किया.

Updated on: 24 Apr 2019, 12:41 PM

नई दिल्ली:

क्रिकेट की दुनिया के भगवान के नाम से मशहूर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का आज 46वां जन्मदिन है. 24 वर्षों तक क्रिकेट की दुनिया में छाए रहने वाले सचिन रमेश तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई के शिवाजी पार्क राणाडे रोड स्थित निर्मल नर्सिंग होम में दोपहर 1 बजे हुआ. महज 16 साल की उम्र में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस शख्स ने 40 की उम्र तक अपना सर्वस्व खेल को न्यौछावर किया.

ऐसे बहुत से किस्से हैं सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के जीवन के बारे में जिसके बारे में उनके डाई हार्ड फैन्स के अलावा ही कोई जानता हो. बचपन में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को उनके दोस्त मेकेनरो नाम से पुकारते थे क्योंकि बचपन में लिटिल मास्टर अपने लंबे बालों में बैंड लगाकर अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी जॉन मैकेनरो की तरह दिखना चाहते थे.

गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ही दुनिया के पहले ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्हें 1992 के डरबन टेस्ट के दौरान पहली बार थर्ड अंपायर ने रन आउट दिया.

और पढ़ें: B'Day Spl: अगर सचिन की यह इच्छा हो जाती पूरी तो दुनिया को नहीं मिलता 'क्रिकेट का भगवान'

अपने 24 साल के करियर में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हुए लेकिन क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में शतक जमा पाने में असफल रहे. क्रिकेट के मैदान पर भारत के लिए कई बार हीरो की भूमिका अदा कर चुके सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने पहली बार फिल्म सटंप्ड के जरिए 2003 में बॉलीवुड में एंट्री की थी.

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने जब सर डॉन ब्रैडमैन के 29 शतकों की बराबरी की थी तो उन्हें फरारी 360 मोडेना गिफ्ट के तौर पर मिली थी, जिसकी चाबी उन्हें एफ-1 चैंपियन माइकल शूमाकर ने सौपी थी. बाद में इसकी इंपोर्ट ड्यूटी फिएट इंडिया ने चुकाई थी.

अपने 24 साल के इस सफर के दौरान उन्होंने अपने बल्ले से कई कीर्तिमाम रचे और विश्व क्रिकेट में भारत के नाम को बुलंद कर 'गॉड ऑफ क्रिकेट' का सम्मान हासिल किया.

और पढ़ें: IPL 12: 'रन फैक्टरी' बन गए हैं हैदराबाद के डेविड वॉर्नर, 10 पारियों में जड़ चुके हैं 1 शतक और 7 अर्धशतक 

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) बचपन में तेज गेंदबाज बनना चाहते थे और अपनी इस चाहत को पूरा करने के लिए वह मुंबई से चेन्नई एमआरएफ पेस एकेडमी जा पहुंचे थे जहां उनकी मुलाकात पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज डेनिस लिली से हुई. हालांकि डेनिस लिली ने उनकी ख्वाहिश को पूरा करने से इंकार करते हुए कहा कि उन्हें तेज गेंदबाज बनने का ख्याल छोड़कर अपनी बल्लेबाजी पर पूरा ध्यान देना चाहिए.

यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि यह सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के जीवन की टर्निंग प्वाइंट था जिसने हमें क्रिकेट जगत को नया आयाम दिया और हमें क्रिकेट के भगवान के रूप में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) मिले.