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BCCI ने नए कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट का किया ऐलान, A+ कैटेगरी से बाहर धोनी-अश्विन

सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रभंदक समिति ने आज भारतीय क्रिकेट बोर्ड के लिए खिलाड़ियों के प्रति वर्ष की राशी तय कर दी है। यह राशी अक्टूबर 2017 से सितंबर 2018 तक मान्य होगी।

Updated on: 07 Mar 2018, 11:18 PM

नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और ऑफ-स्पिनर आर अश्विन को बीसीसीआई ने सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले खिलाड़ियों के कैटेगरी से हटा दिया है।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रभंदक समिति ने आज भारतीय क्रिकेट बोर्ड के लिए खिलाड़ियों के प्रति वर्ष की राशी तय कर दी है। यह राशी अक्टूबर 2017 से सितंबर 2018 तक मान्य होगी।

नए कॉन्ट्रैक्ट में कुछ बड़े बदलाव किये हैं, जिसमें सबसे पहले पुरुष क्रिकेट में नई कैटेगरी ए+ को शामिल किया गया है, तो महिला क्रिकेट में नई कैटेगरी के रूप में ग्रेड सी को शामिल किया है।

पुरुण क्रिकेट टीम को 4 अलग-अलग केटेगरी में बांटा गया है। सबसे उपर ग्रेड ए+ है जिसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह हैं। इन खिलाड़ियों को हर साल बीसीसीआई 7 करोड़ रुपए देगी।

इसके बाद ग्रेड ए में 7 खिलाड़ी है जिसमें रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, एमएस धोनी और ऋद्धिमान सहा का नाम शामिल है। इस सभी को प्रतिवर्ष 5 करोड़ की राशी दी जाएगी।

तीसरी कैटेगरी ग्रेड बी की है जिसमें केएल राहुल, उमेश यादव, कुलदीप यादव, युज्वेंद्र चहल, हार्दिक पांड्या, इशांत शर्मा और दिनेश कार्तिक हैं। इन सबको 3 करोड़ रुपए सालाना मिलेंगे।

चौथी और आखरी ग्रेड सी है जिसमें 7 खिलाड़ी केदार जाधव, मनीष पांडे, अक्षर पटेल, करुण नायर, सुरेश रैना, पार्थिव पटेल और जयंत यादव का नाम शामिल है। इन सभी को 1-1 करोड़ रुपए हर साल दिए जायेंगे।

इसके साथ ही घरेलू क्रिकेट में भी खिलाड़ियों की हर कैटेगरी में राशी को 200 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है।

इस बीच, 19 महिला खिलाड़ियों को भी तीन वर्गो ए, बी और सी में विभाजित किया गया है। ऐसे में ए-वर्ग में वनडे और टेस्ट टीम की कप्तान मिताली राज, झूलन गोस्वामी, हरमनप्रीत और स्मृति मंधाना शामिल हैं। इन सभी को सालाना तौर पर 50 लाख रुपये मिलेंगे।

महिलाओं के अनुबंध में बी-वर्ग में शामिल खिलाड़ियों को सालाना रूप से 30 लाख और सी-वर्ग की खिलाड़ियों को 10 लाख रुपये मिलेंगे। सी-वर्ग इस साल बनाया गया है।

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बीसीसीआई ने जिन 26 अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची जारी की है उनमें शमी का नाम शामिल नहीं है। इसका कारण उनके ऊपर पत्नी घरेलू हिंसा और व्यभिचार के आरोप को माना जा रहा था लेकिन बीसीसीआई ने इसका खंडन किया है।

बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, 'बीसीसीआई ने मोहम्मद शमी की निजी जिंदगी से जुड़ी तमाम रिपोर्टों पर संज्ञान लिया है। यह पूरी तरह से निजी मामला और बीसीसीआई का इससे कोई लेना देना नहीं है। लेकिन इस मामले से जुड़ी महिला कोलकाता में पुलिस आयुक्त से मिली है तो बीसीसीआई की तरफ से यह विवेकपूर्ण होगा कि वह किसी तरह की आधिकारिक जांच का इंतजार करे।'