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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आज कलेक्टर्स-पुलिस अधीक्षकों के साथ होगी मैराथन बैठक

दोपहर एक बजे से शाम सात बजे तक दो चरणों में होने वाली इस बैठक में विभिन्न योजनाओं के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी.

Updated on: 06 Jun 2019, 12:10 PM

नई दिल्ली:

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज कलेक्टर्स-पुलिस अधीक्षकों की मंत्रालय में मैराथन बैठक होगी. दोपहर एक बजे से शाम सात बजे तक दो चरणों में होने वाली इस बैठक में विभिन्न योजनाओं के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी. सीएम दोपहर एक बजे से 5 बजे तक संभागायुक्त, कलेक्टर, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और नगर निगमों के आयुक्त की बैठक लेंगे. शाम 5 बजे शुरू होने वाली बैठक में संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक शामिल होंगे.

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कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में राज्य शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरूवा, घुरवा व बाड़ी, लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति, वन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत निरस्त आवेदनों की समीक्षा, शहरी भूमि के पट्टों के नवीनीकरण, नदियों की भूमि के सीमांकन एवं उस पर हुए अतिक्रमण की जानकारी, जल संरक्षण हेतु किए गए उपायों और सिंचाई रकबा दोगुना करने के लिए तैयार की गई कार्ययोजना की समीक्षा की जाएगी.

कॉन्फ्रेंस में नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए बनाई जाने वाली कार्ययोजना, नदियों के तट पर वृक्षारोपण, चिटफंड घोटाले की पीड़ितों के विरूद्ध दर्ज प्रकरणों की वापसी और पीड़ितों को राशि वापसी हेतु किए गए उपायों, फूड प्रोसेसिंग, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम श्रेणी, लघु वनोपज आधारित एवं कृषि प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना एवं प्रस्तावित रोजगार सृजन की कार्ययोजना, डीएमएफ और सीएसआर से हितग्राही मूलक कार्यों की प्रस्तावित कार्ययोजना तथा अब तक प्राप्त राशि एवं व्यय की स्थिति, पेयजल संकटग्रस्त ग्रामों, मजरों-टोलों को पेयजल संकट से मुक्त करने की प्रस्तावित कार्ययोजना, जेनेरिक दवाईयों की उपलब्धता और महिलाओं एवं बच्चों एवं पोषण स्तर में सुधार की स्थिति की समीक्षा की जाएगी.

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कॉन्फ्रेंस के दौरान समर्थन मूल्य पर धान के उपार्जन, परिवहन और कस्टम मिलिंग, वर्षा पूर्व पहुंचविहीन क्षेत्रों में खाद्यान्न् भंडारण, बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों के चिन्हांकन और आवश्यक व्यवस्थाएं, शहरी क्षेत्रों में नदियों को प्रदूषण मुक्त करने की कार्ययोजना, पेयजल संकट निवारण, नालों-नालियों की वर्षा पूर्व सफाई, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, मोर जमीन-मोर मकान योजना, शहरी क्षेत्रों में उपलब्ध ईडल्ब्यूएस भूमि और खरीफ हेतु खाद और बीज की समुचित व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी.

गरीब व श्रमिक परिवार की कन्या के विवाह की योजना को सरकार रिलांच करेगी. पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में श्रम विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग कन्या विवाह से जुड़ी दो अलग-अलग योजनाएं चलाते थे. योजना के दोहराव को देखते हुए कांग्रेस सरकार ने नई योजना तैयार की है. इस कारण पुरानी योजनाओं को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है. रिलांच होने वाली योजना में सरकार गरीब व श्रमिक परिवार की कन्या के विवाह पर 25 हजार रुपये देगी.

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