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छत्तीसगढ़: नागरिक आपूर्ति निगम घोटाले के खिलाफ बीजेपी नेता धरमलाल हाईकोर्ट पहुंचे

कौशिक ने वकील प्रवीण दास के माध्यम से गुरुवार को याचिका पेश की है. इसमें कहा है कि तत्कालीन भाजपा सरकार ने पूरे मामले की आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) से जांच कराई है.

Updated on: 15 Feb 2019, 09:06 AM

बिलासपुर:

छत्तीसगढ़ में नागरिक आपूर्ति निगम (नान) घोटाले की SIT जांच के खिलाफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. कौशिक ने SIT को राजनीति से प्रेरित बताते हुए जांच पर रोक लगाने की मांग की है. याचिका पर शुक्रवार 15 फरवरी को चीफ जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी व पीपी साहू की डिवीजन बेंच में सुनवाई होगी. इस मामले में पहले ही प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है. कांग्रेस कह रही है कि हमने तो घोटाले की फाइलों से धूल ही झाड़ी है. बीजेपी इसे बदले की राजनीति बता रही है.

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कौशिक ने वकील प्रवीण दास के माध्यम से गुरुवार को याचिका पेश की है. इसमें कहा है कि तत्कालीन बीजेपी सरकार ने पूरे मामले की आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) से जांच कराई है. जांच के बाद दोषी पाए गए अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी भी की गई है. मामले की सुनवाई विशेष अदालत में चल रही है. मामले के आरोपित आईएएस अनिल टूटेगा की मांग पर मुख्यमंत्री ने SIT जांच का आदेश दिया है, जो संदेह को जन्म देता है.

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इधर, SIT जांच की गति जैसे-जैसे आगे बढ़ती जा रही है, प्रदेश की राजनीति में खलबली भी मचने लगी है. SIT ने नान घोटाले की जांच करने वाले डीजी मुकेश गुप्ता और एसपी रजनेश सिंह के खिलाफ दो- दो FIR दर्ज कर ली है. सरकार ने दोनों को निलंबित कर दिया है. आईपीएस गुप्ता और रजनेश पर नान घोटाले की जांच में झूठा साक्ष्य गढ़ने, अवैध तरीके से फोन टेप करने के आरोप लगा है.