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#NNOpinionPoll छत्तीसगढ़ में बीजेपी को मिल रही है बढ़त

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से सियासी गलियारे में हलचल तेज़ हो गई है कि इस बार सत्ता किसके हाथ में जाएगी.

Updated on: 10 Oct 2018, 09:51 AM

नई दिल्ली:

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से सियासी गलियारे में हलचल तेज़ हो गई है कि इस बार सत्ता किसके हाथ में जाएगी. कांग्रेस छत्तीसगढ़ में पहली बार थोड़ी मजबूत दिखाई दे रही है लेकिन सवाल वही है कि क्या वह पिछले 15 साल से सत्ताधीन डॉ रमन सिंह को सत्ता से बेदखल करने में सक्षम हो पाएगी. सर्वे तो खुछ और ही कहानी बयान कर रही है. आपके पसंदीदा चैनल न्यूज़ स्टेट और न्यूज़ नेशन के सर्वे के मुताबिक बीजेपी को सत्ता का नुकसान होता तो नहीं दिख रहा है. हां यह ज़रूर है कि बीजेपी को पिछले चुनाव के मुक़ाबले इस बार क्षति पहुंच सकती है. सर्वे के मुताबिक बीजेपी अब भी लोगों की पहली पसंद है. आइए एक नज़र डालते हैं कि कौन सी पार्टी को कितनी सीटें मिल रही है.

छत्तीसगढ़ में किस पार्टी को कितने फीसदी वोट?

  • बीजेपी- 38%
  • कांग्रेस- 36%
  • जेसीसी+ - 05%
  • अन्य- 04%
  • नहीं कह सकते- 17%

छत्तीसगढ़ की नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर पहले चरण में 12 नवंबर को मतदान होगा. इसके लिए 16 अक्तूबर को अधिसूचना जारी की जायेगी. नामांकन की अंतिम तारीख 23 अक्तूबर होगी. इसके अगले दिन यानी 24 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि नामांकन वापसी की अंतिम तारीख 26 अक्तूबर तय की गयी है.

वहीं दूसरे चरण में राज्य की शेष 72 सीटों के लिए अधिसूचना 26 अक्तूबर को जारी की जायेगी. नामांकन की अंतिम तिथि 2 नवंबर, नामांकन पत्रों की जांच 3 नवंबर और नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 5 नवंबर तय की गयी है. इन सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा.

किन पार्टियों के बीच है मुकाबला

छत्तीसगढ़ में इस बार मुकाबला सीधे तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच है. लेकिन राज्य में मायावती और अजीत जोगी के द्वारा बनाए गए गठबंधन से बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए नई मुश्किल खड़ी होती दिख रही है. अजीत जोगी और मायावती का गठबंधन छत्तीसगढ़ में किंगमेकर की भूमिका भी निभा सकती है.

छत्तीसगढ़ के अहम मुद्दे

नक्सली समस्या, रोजगार, किसानों की मौत, शिक्षा व्यवस्था, पीने का पानी, सुपेबेड़ा मौतों का मामला, कथित सीडी कांड, पत्थलगड़ी, कांग्रेस नेताओं पर लाठीचार्ज जैसे मुद्दे काफी अहम होने वाले हैं. इन सब मुद्दों पर सरकार को विपक्षी पार्टियां घेरने की पूरी तैयारी में है.