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Vodafone के CEO निक रीड ने भारत छोड़ने वाले बयान पर माफी मांगी

भारत सरकार को लिखे पत्र में निक रीड ने लिखा है कि Vodafone भारत में कारोबार जारी रखना चाहती है और टेलिकॉम सेक्टर की मदद के लिए केंद्र सरकार के पैनल बनाने के फैसले के लिए आभार जताया है.

Updated on: 16 Nov 2019, 08:37 AM

नई दिल्ली:

वोडाफोन (Vodafone) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) निक रीड ने अपने बयान को लेकर माफी मांगी है. उन्होंने भारत सरकार से माफी मांग ली है. बता दें कि निक रीड ने बयान दिया था कि टेलिकॉम सेक्टर को राहत नहीं मिलने पर भारत छोड़ देंगे. भारत सरकार को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा है कि कंपनी भारत में अपना कारोबार जारी रखना चाहती है और टेलिकॉम सेक्टर की मदद के लिए केंद्र सरकार के पैनल बनाने के फैसले के लिए आभार जताया है.

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टेलिकॉम इंडस्ट्री के लिए सरकार का आभार जताया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक निक रीड टेलिकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र भेजा है और उसी पत्र में उन्होंने माफी मांगी है. बता दें कि केंद्र सरकार ने रीड के बयान को लेकर नाराजगी जताई थी. रीड ने एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) पर आए कोर्ट के फैसले और टेलिकॉम इंडस्ट्री के लिए सरकार द्वारा राहत पैकेज तैयार करने के लिए सरकार का आभार जताया है. निक रीड का कहना है कि उन्होंने जो बयान दिया था उसे तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया. हालांकि उन्होंने कहा कि उनके बयान की वजह से जो भी गलत असर हुआ है वो उसके लिए मांग मांगते हैं. उनका कहना है कि भारत में उनके बयान के लिए सही अर्थ नहीं निकाला गया.

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निक रीड ने कहा है कि उन्होंने बयान में कहा था कि भारत में हालात काफी नाजुक हैं. बाद में वह भारत गए और वहां के सरकार के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. उनका कहना है कि भारत की सरकार टेलिकॉम इंडस्ट्री के सेहत सुधारने के लिए काफी कुछ करना चाहती है. उन्होंने टेलिकॉम सेक्टर को उबारने के लिए सचिवों की कमेटी बनाने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने एक बार फिर प्रतिबद्धता दोहराई कि वोडाफोन भारत में काफी लंबे समय तक काम करने वाली कंपनी बनना चाहती है.