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ट्राई ने दिया एयरटेल और वोडाफोन को 'गुड न्यूज', जियो को लगा बड़ा 'झटका'

ट्राई ने इंटर नेटवर्क कॉलिंग पर लगने वाले इंटरनेट कनेक्ट चार्जेस (IUC) को जनवरी 2020 से खत्म करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है.

Updated on: 17 Dec 2019, 11:18 PM

नई दिल्ली:

भारती एयरटेल और वोडाफोन को टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने राहत दी है. वहीं ट्राई के फैसले से जियो को झटका लगा है. ट्राई ने इंटर नेटवर्क कॉलिंग पर लगने वाले इंटरनेट कनेक्ट चार्जेस (IUC) को जनवरी 2020 से खत्म करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है. आईयूसी को एक साल तक के लिए बढ़ा दिया गया है. मतलब अब 2021 में इसे खत्म किया जाएगा. आईयूसी चार्जेस जनवरी, 2020 में खत्म किए जाने थे. इसे लेकर टेलिकॉम ऑपरेटर्स के बीच इसे लेकर मतभेद थे. वोडाफोन और एयरटेल इसे खत्म करने के खिलाफ थी. एयरटेल और वोडाफोन आईयूसी जारी रखने की अपील की थी. वहीं जियो चाहता था कि इसे खत्म किया जाए.

ट्राई कहा कि वायरलेस से वायरलेस डोमेस्टिक कॉस्ट के लिए टर्मिनेशन चार्ज 31 दिसंबर, 2020 तक पहले की तरह 6 पैसे प्रति मिनट लागू रहेंगे. 1 जनवरी, 2021 से वायरलेस टू वायरलेस डोमेस्टिक कॉल्स के लिए जीरो हो जाना चाहिए.

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रिलायंस जियो आईयूसी को खत्म करने के पक्ष में था. दरअसल, रिलायंस जियो के मुकाबले बाकी नेटवर्क्स पर दूसरे नेटवर्क से आने वाली इनकमिंग कॉल्स ज्यादा हैं. इस तरह जियो को बाकी कंपनियों को ज्यादा आईयूसी चार्ज देना पड़ रहा था. यही वजह है कि अब जियो यूजर्स से आईयूसी चार्ज ले रहा है.

बता दें कि टेलीकॉम कंपनियों को एक-दूसरे को आईयूसी चार्ज देना पड़ता है. यह चार्ज ग्राहकों द्वारा एक-दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने की वजह से लगता है. जैसे- जियो के ग्राहक एयरटेल पर कॉल करेंगे तो जियो को एयरटेल को आईयूसी चार्ज देने होंगे. इसकी दर ट्राई तय करती है.

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बता दें कि हाल ही में रिलायंस जियो ने यूजर पर चार्ज करना शुरू कर दिया है. रिलायंस जियो यूज़र हैं तो 10 अक्टूबर यानी आज से आपको एयरटेल या वोडाफ़ोन समेत दूसरी किसी अन्य कंपनी के मोबाइल यूज़र्स को फ़ोन करने पर प्रति मिनट के हिसाब से छह पैसे देने होंगे.