धनतेरस पर Gold खरीदने वालों को नहीं होता है नुकसान, जानें क्यों
धनतेरस (Dhanteras 2018) गोल्ड खरीदने वालों को अच्छा लाभ मिला है. अगर रिकॉर्ड देखा जाए तो 10 साल पहले अगर किसी ने Dhanteras पर Gold में निवेश किया होगा तो उसे आज 10 फीसदी से ज्यादा का CAGR रिटर्न मिल रहा है.
नई दिल्ली:
धनतेरस (Dhanteras 2018) पर गोल्ड (Gold) खरीदने वालों को अच्छा लाभ मिला है. अगर रिकॉर्ड देखा जाए तो 10 साल पहले अगर किसी ने धनतेरस (Dhanteras) पर गोल्ड (Gold) में निवेश किया होगा तो उसे आज 10 फीसदी से ज्यादा का CAGR रिटर्न मिल रहा है. इतना रिटर्न (Return) किसी भी बैंक (Bank) की FD पर नहीं मिलता है. यही नहीं अगर किसी ने आज से 13 साल पहले धनतेरस (Dhanteras) पर गोल्ड (Gold) में निवेश (Investment) किया होगा तो उसे और भी ज्यादा रिटर्न मिला है. ऐसे लोगों को 12 फीसदी से ज्यादा का CAGR रिटर्न मिला है. CAGR रिटर्न का मतलब होता है निवेश पर हर मिला औसत रिटर्न.
क्या होगी निवेश की वैल्यू
अगर किसी ने गोल्ड में 10 साल पहले धरतेरस (Dhanteras) पर 1 लाख रुपए का निवेश किया होता तो उसकी वैल्यू आज 2.67 लाख रुपए होगी. इस दौरान गोल्ड (Gold) ने 10.35 फीसदी का CAGR रिटर्न दिया है. लेकिन अगर यह पैसा किसी ने बैंक की FD में रखा होता उसकी वैल्यू इस वक्त 2.15 लाख रुपए होगी. यनी करीब 50 हजार रुपए से ज्यादा का नुकसान.
लेकिन अगर गोल्ड (Gold) में यह निवेश 13 साल पहले धनतेरस (Dhanteras) पर किया गया होता तो निवेशकों (Investor) का फायदा और भी ज्यादा होता. पिछले 13 साल में गोल्ड (Gold) ने 12.40 फीसदी का CAGR रिटर्न दिया है. इस लिहाज से 1 लाख रुपए के गोल्ड (Gold) में निवेश की वैल्यू 4.57 लाख रुपए की होती. लेकिन अगर किसी ने यह पैसा बैंक की FD में रखा होगा तो उसकी वैल्यू आज 2.72 लाख रुपए होगी. इस प्रकर करीब पौने दो लाख रुपए का नुकसान हो रहा होगा. यहां पर FD का ब्याज 8 फीसदी मानकर गणना की गई है.
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पिछले 13 साल में धनतेरस (Dhanteras) पर गोल्ड का भाव
-30 अक्टूबर 2005 को भाव 6990 रुपए
-19 अक्टूबर 2006 को भाव 8728 रुपए
-7 नवंबर 2007 को भाव 10710 रुपए
-26 अक्टूबर 2008 को भाव 11915 रुपए
-15 अक्टूबर 2009 को भाव 15817 रुपए
-3 नवंबर 2010 को भाव 19625 रुपए
-24 अक्टूबर 2011 को भाव 26735 रुपए
-11 नवंबर 2012 को भाव 31588 रुपए
-1 नवंबर 2013 को भाव 30626 रुपए
-21 अक्टूबर 2014 को भाव 27458 रुपए
-9 नवंबर 2015 को भाव 25800 रुपए
-28 अक्टूबर 2016 को भाव 30049 रुपए
-17 अक्टूबर 2017 को भाव 29671 रुपए
-1 नवंबर 2018 को भाव 32860 रुपए
पिछली दीपावली से मिला 7 फीसदी का रिटर्न
पिछली दिवाली के आसपास 17 अक्टूबर 2017 को MCX पर गोल्ड का भाव 29680 रुपए प्रति 10 ग्राम था, जो 1 नवंबर 2018 को 31800 रुपये प्रति 10 ग्राम था. इस प्रकार MCX पर गोल्ड ने करीब 7 फीसदी रिटर्न दिया है. वहीं बुलियन मार्केट की बात करें तो 17 अक्टूबर 2017 को दिल्ली बुलियन मार्केट में गोल्ड 30880 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर था, जो 1 नवंबर 2018 को बढ़कर 32860 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. यानी करीब 6.5 फीसदी का रिटर्न मिला.
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जानकारों की राय
शेयरखान के वाइस प्रेसीडेंट मृदुल वर्मा के अनुसार गोल्ड को हरदम ही सैफ इन्वेस्टमेंट माना जाता है. इसी कारण लोगों को 10 फीसदी तक अपनी बचत को इसमें रखना ठीक माना जाता है. उनके अनुसार गोल्ड ने अभी तक निवेशकों को कभी भी निराश नहीं किया है. हां, गोल्ड में रिटर्न मिलने में थोड़ा समय लग सकता है. इस गोल्ड में निवेश करते वक्त जल्द फायदे की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए.
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जानें गोल्ड की खरीद बिक्री पर टैक्स (Tax on gold) के नियम
-गोल्ड (Gold) ज्वैलरी खरीदने और बेचने दोनों समय पर टैक्स (Tax on gold) देना होता है.
-गोल्ड (Gold) ज्वैलरी बेचने पर आपको ज्वैलरी रखने की अवधि के आधार पर टैक्स देना होता है. यह टैक्स शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स या लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स के आधार पर लगाया जाता है.
-अगर आप गोल्ड ज्वैलरी (Gold) खरीदने के तीन साल पूरे होने से पहले ही इसे बेचते हैं तो इस बिक्री से आपको मिली राशि को शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स में रखा जाएगा. इस लाभ को आपकी ग्रॉस टोटल इनकम में जोड़ा जाएगा और उस पर आपके इनकम टैक्स स्लैब के मुताबिक टैक्स लगेगा.
-अगर आप गोल्ड ज्वैलरी खरीदने के तीन साल बाद उसे बेचते हैं तो उससे मिली राशि को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स में रखा जाएगा. ज्वैलर द्वारा जिस कीमत पर ज्वैलरी खरीदी गई है, उस पर इंडेक्सेशन बेनिफिट लगाने के बाद इस बिक्री पर 20.6 फीसदी की दर से टैक्स लगता है. इसमें सेस भी सम्मिलित होता है.
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