logo-image

सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) क्या है, कैसे काम करता है ये, आसान भाषा में समझें यहां

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करने के लिए SIP को सबसे अच्छा तरीका माना जाता है. SIP के जरिए निश्चित रकम को तय समय के अंतराल में निवेश किया जाता है.

Updated on: 06 Aug 2019, 11:49 AM

नई दिल्ली:

आपको आए दिन टीवी, अखबारों या होर्डिंग्स (Hoardings) पर SIP यानि सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) के बारे में जानकारी देखने को मिल जाती है. लोगों को बताया जाता है कि SIP में निवेश करते ही आपकी सभी वित्तीय समस्याएं झट से निपट जाएंगी, लेकिन ऐसा है क्या. आज की इस रिपोर्ट में हम SIP से जुड़ी हर उस बात की चर्चा करेंगे जिसको लेकर आपके मन में कई सवाल उठते रहते हैं.

यह भी पढ़ें: 42 करोड़ ग्राहकों को SBI ने किया सावधान, ध्यान से उठाएं ये कदम

म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए SIP बेहतरीन ऑप्शन
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करने के लिए SIP को सबसे अच्छा तरीका माना जाता है. SIP के जरिए निश्चित रकम को तय समय के अंतराल में निवेश किया जाता है. SIP म्यूचुअल फंड (MF) में निवेश करने का सबसे बढ़िया तरीका है, इसके जरिए निवेशकों में बचत की आदत पड़ती है. SIP से लॉन्ग टर्म में अच्छा खासा फंड बनाया जा सकता है.

यह भी पढ़ें: Rupee Open Today 6 Aug: डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर

कैसे काम करता है एसआईपी (SIP)
एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश के लिए म्यूचुअल फंड (MF) में निवेश का फॉर्म जमा करना होगा. इस फॉर्म में SIP के जरिए निवेश करना है इसका चुनाव करना जरूरी है. निवेशकों को फॉर्म में ही ऑटो डेबिट का शासनादेश (Mandate) भी देना होगा. Mandate देने से निवेशकों के खाते से हर महीने निश्चित रकम खुद बा खुद कट जाएगी.

यह भी पढ़ें: Gold Price Today: सुरक्षित निवेश के तौर पर बढ़ी सोने की मांग, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

निवेशकों द्वारा SIP के जरिए जमा की गई रकम से म्यूचुअल फंड स्कीम में यूनिट्स खरीदी जाएगी. इन यूनिट्स को उस दिन के भाव पर खरीदा जाएगा. बता दें कि MF की यूनिट के भाव में बदलाव होता रहता है. ऐसे में हो सकता है कि निवेशकों को 1 यूनिट सस्ते में मिले और कोई यूनिट महंगे में मिले.

यह भी पढ़ें: 6 दिन में इतना सस्ता हो गया पेट्रोल, फटाफट जानें नए रेट

औसत भाव पर निवेश का मौका
SIP के जरिए निवेशकों को औसत भाव (Rupee Cost Averaging) पर म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की यूनिट्स खरीदने का मौका मिल जाता है, जिससे निवेशकों का निवेश काफी हद तक सुरक्षित हो जाता है. इसके अलावा लंबी अवधि में मोटा मुनाफा होने की भी संभावना बढ़ जाती है. बता दें कि निवेशकों को हर भाव पर यूनिट खरीदने का मौका मिलता है, इसलिए म्यूचुअल फंड यूनिट का औसत भाव (Average Price) ना तो बहुत ज्यादा होता है और ना ही कम.