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बुढ़ापे की लाठी है केंद्र सरकार की रिवर्स मॉर्गेज लोन (Reverse Mortgage Loan) स्कीम

रिवर्स मॉर्गेज लोन (Reverse Mortgage Loan): रिवर्स मॉर्गेज लोन को पाने के लिए ही 60 साल से अधिक की उम्र होना जरूरी है. वहीं महिलाओं के लिए 58 साल की उम्र होना आवश्यक है.

Updated on: 07 Sep 2019, 09:42 AM

नई दिल्ली:

रिवर्स मॉर्गेज लोन (Reverse Mortgage Loan): बुढ़ापे में अक्सर लोगों को वित्तीय संकट (Financial Crisis) का सामना करना पड़ता है. स्थिति तब और खराब हो जाती है जब बुजुर्ग पति और पत्नी के अलावा परिवार में और कोई भी सदस्य नहीं हो. उम्र बढ़ने के साथ ही उनके काम करने की क्षमता भी घट जाती है. ऐसी स्थिति में घर चलाने के लिए उनके पास बहुत ही सीमित विकल्प होते हैं. साथ ही उन्हें कई फाइनेंशियल दिक्कतों (Financial Problem) का भी सामना करना पड़ता है. आज इस रिपोर्ट में ऐसे कर्ज (Loan) के बारे में चर्चा करेंगे, जिसको खासतौर पर बुजुर्गों को ध्यान में रखते हुए ही बनाया गया है.

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क्या है रिवर्स मॉर्गेज लोन - Reverse Mortgage Loan
रिवर्स मॉर्गेज लोन को पाने के लिए ही 60 साल से अधिक की उम्र होना जरूरी है. वहीं महिलाओं के लिए 58 साल की उम्र होना आवश्यक है. आपको होम लोन में घर के सभी दास्तावेज जमा करने पर लोन (Loan) मिल जाता है. उस होम लोन को चुकाने के लिए हर महीने किश्त (EMI) भरते हैं. उसी तरह रिवर्स मॉर्गेज लोन (Reverse Mortgage Loan) में बैंक आपके घर को गिरवी रख लेते हैं और हर महीने आपको एक निश्चित रकम देते रहते हैं. रिवर्स मॉर्गेज लोन के अंतर्गत आवेदक की मृत्यु हो जाने पर घर बैंक का हो जाता है.

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घर गिरवी रखकर एक निश्चित रकम हर महीने देता है बैंक
Reverse Mortgage Loan स्कीम के अंतर्गत आवेदक को बैंक को पैसा वापस नहीं करना होता है, जबकि बैंक आपके घर को गिरवी रखकर आपको हरमहीने एक निश्चित रकम देता है. हालांकि आपको हर महीने रकम कितनी मिलेगी, यह घर की कीमतों पर निर्भर है. घर के वैल्युएशन के हिसाब से 60 फीसदी तक लोन मिल सकता है. लोने लेने के बाद भी घर का मालिक अपने घर पर रह सकता है. इस लोन की यही खासियत है.

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हालांकि रिवर्स मॉर्गेज स्कीम के तहत घर गिरवी रखने वाले व्यक्ति की मौत के बाद घर बैंक का हो जाता है. अगर उस व्यक्ति के परिजन घर लेना चाहें तो घर की कीमत देकर घर को बैंक से वापस ले सकते हैं. इस स्कीम के तहत बैंक 60 साल की उम्र से अधिक लोगों को ही लोन देती है. हालांकि कुछ बैंक 72 साल की उम्र पार करने पर लोन नहीं देते. इस स्कीम के तहत यह लोन 15 साल तक के लिए ही मिलता है. पति-पत्नी दोनों लोग इस लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो पति की उम्र 60 साल और पत्नी की उम्र 58 साल होना बेहद जरूरी है.

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रिवर्स मॉर्गेज लोन स्कीम ऐसे बुजुर्गों के लिए बेहद उपयोगी है, जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है. परिवार में उनके बच्चे अलग रहते हैं और उनकी देखभाल के पैसा भी नहीं देते. उन बुजुर्गों के लिए रिवर्स मॉर्गेज लोन (Reverse Mortgage Loan) बुढ़ापे में जीवन जीने का बेहतर सहारा बनकर उभरा है.