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पोस्ट ऑफिस (Post Office) की कौन सी स्कीम में मिल रहा है सबसे ज्यादा रिटर्न, जानें यहां

पोस्ट ऑफिस (Post Office) की योजनाओं को छोटी बचत स्कीम (Small Savings Schemes) भी कहा जाता है.

Updated on: 06 Dec 2019, 12:32 PM

नई दिल्ली:

पोस्ट ऑफिस (Post Office) निवेशकों के लिए कई तरह की स्कीम ऑफर करता है. आम भाषा में इन योजनाओं को छोटी बचत स्कीम (Small Savings Schemes) भी कहा जाता है. इन सभी योजनाओं की सबसे खास बात ये है कि इन स्कीम के ऊपर सरकार का हाथ होता है. इसलिए यह स्कीम निवेश के लिहाज सबसे सुरक्षित मानी जाती हैं. कुछ योजनाओं में सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है. बता दें कि इन योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दरों की हर तीन महीने में समीक्षा की जाती है. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि पोस्ट ऑफिस की किन योजनाओं में सबसे ज्यादा रिटर्न मिल रहा है.

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सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS)
पोस्ट ऑफिस (Post Office) की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना -Senior Citizen Savings Scheme (SCSS) वरिष्ठ नागरिकों के लिए है. इस स्कीम में बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से ज्यादा ब्याज मिलता है. मौजूदा समय में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश की गई पूंजी पर सालाना 8.6 फीसदी का ब्याज मिल रहा है. वरिष्ठ नागरिकों के लिए पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम सबसे सुरक्षित निवेश का जरिया है. इस स्कीम के तहत 5 साल के लिए पैसा निवेश किया जा सकता है. मैच्योरिटी के बाद इस स्कीम को 3 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है. वरिष्ठ नागरिक रिटायरमेंट के बाद SCSS अकाउंट को खोल सकते हैं. 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के बाद अकाउंट खोला जा सकता है. VRS लेने वाला व्यक्ति जो कि 55 वर्ष से अधिक लेकिन 60 वर्ष से कम है वो भी इस अकाउंट को खोल सकता है. इस अकाउंट की मैच्योरिटी पीरियड 5 वर्ष की है.

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सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बालिकाओं के लिए सुकन्‍या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की शुरुआत की थी. सरकार (Govt) ने अपनी स्‍कीम (scheme) में बताया था कि इस योजना का फायदा 2 कन्‍याओं के लिए लिया जा सकता है. लेकिन अगर किसी पहली बेटी (girls) के बाद दूसरी डिलेवरी के दौरान दो कन्‍याओं का जुड़वां (twins) जन्‍म हुआ है उन दोनाें के नाम भी इस योजना का फायदा मिलेगा. इस प्रकार 3 कन्‍याओं के नाम इस योजना का फायदा लिया जा सकता है. इस योजना में अगर अधिकतम निवेश (Investment) किया जाए तो एक कन्‍या के नाम पर 65 लाख रुपए का फंड (Funds) तैयार हो सकता है.

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ऐसे में अगर कोई व्‍यक्‍ति अपनी तीनों कन्‍याओं के नाम पर इस योजना में निवेश शुरू कर दें 1.2 करोड़ रुपए का फंड तैयार किया जा सकता है. इस योजना में निवेश करने पर पेरेंट्स को इनकम टैक्‍स (Income Tax) में छूट (income tax rebates) भी मिलती है. इस वक्‍त जितनी भी फिक्‍स इनकम (Fix income) की स्‍कीम्‍स हैं, उनमें इस स्‍कीम (scheme) में सबसे ज्‍यादा ब्‍याज भी दिया जा रहा है. फिलहाल इस योजना में 8.4 फीसदी ब्‍याज दिया जा रहा है.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) टैक्‍स बचाने के लिए सबसे बेहतरीन और सुरक्षित विकल्प के तौर पर माना जाता है. निवेश की रकम पर टैक्स छूट, मैच्योरिटी पर टैक्स-फ्री रिटर्न इस स्कीम की सबसे बड़ी खासियत है. निवेशक पोस्ट ऑफिस या बैंक की शाखा में PPF अकाउंट खुलवा सकते हैं. वहीं पीपीएफ की एक सुविधा और भी है जिसके तहत बगैर गारंटी के बैंकों के मुकाबले कम ब्याज (Interest) पर लोन मिलता है. गौरतलब है कि PPF अकाउंट में न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये सालाना जमा किया जा सकता है. मौजूदा समय में पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) ब्याज दर 7.9 फीसदी है.

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नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स (NSC) में पांच साल की लॉक-इन अवधि होती है. इस स्कीम में निवेश या तो अकेले या नाबालिग की ओर से किया जाता है. इस योजना में सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है. इस योजना के तहत ब्याज नहीं देकर इसे दोबारा निवेश कर दिया जाता है. हालांकि दोबारा निवेश किए गए ब्याज पर भी सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है. फिलहाल NSC 7.9 फीसदी ब्याज मिल रहा है.

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पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट
पोस्‍ट ऑफिस (Post Office) में भी FD कराने का विकल्‍प होता है. इसे पोस्‍ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट (TD) कहते हैं. यहां पर बैंक (Bank) से ज्‍यादा मिल रहा है. पोस्‍ट ऑफिस में टाइम डिपॉजिट पर 6.9 फीसदी से 7.7 फीसदी तक ब्याज मिल रहा है. 5 साल टाइम डिपॉजिट पर इनकम टैक्‍स (Income Tax) छूट का फायदा भी उठाया जा सकता है. इस टाइम डिपॉजिट पर सेक्शन 80C के तहत इनकम टैक्‍स की छूट ली जा सकती है.

पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS)
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (Post Office Monthly Income Scheme-POMIS) केंद्र सरकार की लघु बचत योजनाओं के अंतर्गत आती है. सरकार ने इसे निम्न आय वर्ग और मध्यम वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है. इस मासिक आय योजना में एकमुश्त रकम जमा करने पर हर महीने ब्याज (Interest) की कमाई होती है. जिनकी आमदनी रेग्युलर (regular income) नहीं है उनके लिए यह स्कीम काफी फायदेमंद है. POMIS में जमा रकम पर सालाना (Annual) 7.6 फीसदी ब्याज मिलता है.

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किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra) 
किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra) पोस्‍ट ऑफिस (Post Office) की लघु बचत योजनाओं (Small Saving Schemes) में से निवेश के लिए एक शानदार विकल्प है. अच्छी ब्याज दर के साथ सरकारी गारंटी वाली इस योजना में निवेश (Investment) के जरिए शानदार ब्‍याज या मुनाफा कमाया जा सकता है. इस योजना में निवेश करके निवेशक अपने पैसे को दोगुना तक कर सकते हैं. मौजूदा समय में इस योजना में 7.6 फीसदी का ब्‍याज मिल रहा है. इस स्कीम में टैक्स बेनिफिट की सुविधा नहीं मिलती है.