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प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP): सरकार के पैसे से शुरू करें अपना बिजनेस, पहले दिन से मिलेगा मुनाफा

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP): सरकार के जन औषधि केंद्रों (Jan Aushadhi Kendra) पर आम लोगों को जेनरिक दवाएं 90 फीसदी तक सस्ती मिलती हैं.

Updated on: 02 Sep 2019, 10:01 AM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (Pradhan Mantri Bhartiya Janaushadhi Pariyojana-PMBJP): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 2015 में जनऔषधि परियोजना की शुरुआत की थी. इस योजना के जरिए सरकार की आम लोगों तक सस्ती दवाओं को पहुंचाना चाहती है. सरकार के जन औषधि केंद्रों (Jan Aushadhi Kendra) पर आम लोगों को जेनरिक दवाएं 90 फीसदी तक सस्ती मिलती हैं. दरअसल, सरकार जेनरिक दवाओं को बढ़ावा देना चाहती है और इसी के तहत जन औषधि केंद्रों को खोलने के लिए अवसर भी मुहैया करा रही है.

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2.5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देती है सरकार
केंद्र सरकार (Modi Government) जन औषधि केंद्र खोलने के लिए 2.5 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी देती है. अगर आपके मन में अपना बिजनेस शुरू करने की योजना है तो सरकार द्वारा दिया गया ये अवसर आपके सपने को पूरा कर सकता है. कोई भी व्यक्ति जन औषधि केंद्र खोलकर पहले दिन से ही अच्छा मुनाफा कमा सकता है.

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मौजूदा समय में 5,500 जन औषधि केंद्र
देशभर में इस समय 5,500 जन औषधि केंद्र परिचालन में हैं. इन औषधि केंद्रों पर दवाईयां बेहद सस्ती दरों पर आम लोगों को उपलब्ध कराई जाती है. सरकार ने जनऔषधि केंद्रों (Jan Aushadhi Kendra) पर बिकने वाले सैनिटरी नैपकीन (Sanitary Napkin) का दाम घटाकर 1 रुपये प्रति पैड करने का ऐलान किया है. हालांकि मौजूदा समय में इसकी कीमत 2.5 रुपये प्रति पैड है.

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किन डॉक्यूमेंट्स की है जरूरत
जन औषधि केंद्र के आवेदन के लिए आधार (Aadhaar) और पैन कार्ड (Pan Card) की जरूरत होती है. हालांकि गैर सरकारी संगठन (NGO), फार्मासिस्ट, डॉक्टर, और मेडिकल प्रैक्टिशनर द्वारा जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन करने पर आधार कार्ड, पैन कार्ड, संस्था बनाने का सर्टिफिकेट और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट देना जरूरी होगा. औषधि केंद्र खोलने के लिए कम से कम 120 वर्गफीट की जगह होना जरूरी है. SC, ST और दिव्यांग आवेदकों को जन औषधि केंद्र खोलने के लिए 50 हजार रुपये मूल्य तक की दवा बतौर एडवांस दिया जाता है.

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कितना मिलेगा फायदा
इन केंद्रों से दवा की बिक्री पर 20 फीसदी मार्जिन और हर महीने की बिक्री पर 15 फीसदी इंसेंटिव भी मिलेगा. हालांकि इंसेंटिव अधिकतम 10 हजार रुपये प्रति माह ही मिलेगा. सरकार की योजना के मुताबिक 2.5 लाख रुपये पूरे होने तक इंसेंटिव दिया जाएगा. बता दें कि जन औषधि केंद्र खोलने में भी करीब 2.5 लाख रुपये का खर्च आता है. ऐसे में आपके द्वारा निवेश की गई पूंजी का पूरा खर्च सरकार ही उठा लेती है. जन औषथि खोलने के लिए आप इस लिंक http://janaushadhi.gov.in/index.aspx पर जाकर पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं.