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फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) सीखकर बचा सकते हैं मोटा पैसा, यहां जानें बेहतरीन तरीके

फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) को लेकर कई बार लोगों से कुछ छोटी मोटी गलतियां हो जाती है जिसका उन्हें नुकसान उठाना पड़ जाता है.

Updated on: 10 Dec 2019, 11:23 AM

नई दिल्ली:

अगर आप फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) की सभी बारीकियों को समझना चाहते हैं तो यह ख़बर सिर्फ आपके लिए ही है. जीवन के सभी अहम फैसले से पहले सही प्लानिंग का बेहद अहम रोल होता है. अगर कोई भी व्यक्ति सही प्लानिंग करके काम को अंजाम दे तो उसका करीब 90 फीसदी काम हो ही जाता है. ठीक उसी तरह जीवन में वित्तीय सुरक्षा (Financial Security) के लिए भी फाइनेंशियल प्लानिंग बेहद जरूरी है. आपको बता दें कि फाइनेंशियल प्लानिंग को लेकर कई बार लोगों से कुछ छोटी मोटी गलतियां हो जाती है जिसका उन्हें नुकसान उठाना पड़ जाता है.

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क्या है फाइनेंशियल प्लानिंग
दरअसल, मोटे तौर पर पैसे का सही प्रबंधन करना ही फाइनेंशियल प्लानिंग कहलाता है. जीवन के अलग-अलग वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग का सहारा लिया जाता है. रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई, मेडिकल खर्च, विदेश यात्रा, महंगे सामान की खरीदारी के लिए अमूमन फाइनेंशियल प्लानिंग की जाती है. लंबे समय तक पैसे को सही जगह पर निवेश करके अपने लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है. मौजूदा समय में जीवन के हर पड़ाव में फाइनेंशियल प्लानिंग की बेहद अहम जरूरत है.

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बचत की आदत का होना बेहद जरूरी
सामान्तया देखा गया है कि खर्च क्या-क्या है पहले उसे पूरा करने में सैलरी खर्च हो जाती है. खर्च के बाद जो रकम बच जाती है उसे निवेश या फिर बचत के बारे में सोचा जाता है, जबकि होना यह चाहिए कि पहले तय किए गए लक्ष्य के हिसाब से निवेश करना चाहिए और फिर बचे हुए पैसों को खर्च करना चाहिए. जानकारों का कहना है कि खर्चों के लिए हर महीने बजट बनाना एक बेहतर कदम साबित हो सकता है.

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इमर्जेंसी फंड एक बेहतर कदम
अगर आप निवेश और खर्च के साथ अपने लिए इमर्जेंसी फंड बनाते हैं तो यह आपके लिए सबसे उपयुक्त रहेगा. दरअसल, आपका नियमित खर्च तो रहता है लेकिन अचानक आई आर्थिक विपत्ति के समय यह फंड आपकी काफी मददगार साबित हो सकता है. यही वह समय होता है जब इमर्जेंसी फंड की सबसे ज्यादा अहमियत समझ में आती है. लोगों को आर्थिक विपत्ति के समय अक्सर क्रेडिट कार्ड से पैसे निकालते, मित्र या रिश्तेदार से पैसे मांगते देखा जा सकता है. इसलिए लोगों को इमर्जेंसी फंड की अवधारणा को जरूर अपनाना चाहिए.

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बीमा और टैक्स की प्लानिंग जरूरी
लोगों को वित्तीय तौर पर सुरक्षित रहने के लिए टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance) और हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) लेना बेहद जरूरी है. जानकारों का कहना है कि सभी लोगों को यह दोनों इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए. आपके साथ कोई अनहोनी होने पर परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो सकती है. इसलिए इसे जल्द से जल्द लेना सबसे अहम काम है.

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आम लोगों को टर्म इंश्योरेंस लेते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसे लेते समय आय का करीब 10 गुना तो लेना ही चाहिए. वहीं आजकल की लाइफस्टाइल को देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस के साथ क्रिटिकल इलनेस कवर का होना भी बेहद जरूरी है. जानकारों का कहना है कि आय को बढ़ाने के लिए टैक्स का मैनेजमेंट भी बेहद अहम है. अक्सर देखा जाता है कि टैक्स की देनदारी को लोग ध्यान नहीं देते हैं. ऐसे में सही समय पर टैक्स की प्लानिंग करके आप अपने निवेश को सही दिशा आगे ले जा सकते हैं.