Success Story: लोगों को ऑर्गेनिक सब्जियां खिलाकर लाखों कमा रही है ये जोड़ी
मुंबई के युवा जोड़े जोशुआ लुईस और सकीना राजकोटवाला मुंबई में आर्गेनिक खेती (Organic Farming) के जरिए लोगों को आर्गेनिक फूड उपलब्ध करा रहे हैं. इस बिजनेस से उनकी सालाना आय लाखों रुपये में हो रही है.
नई दिल्ली:
Success Story: आजकल युवा आईटी (IT), सर्विस सेक्टर (Service Sector), मीडिया, रिटेल और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कैरियर की संभावनाएं तलाश रहे हैं. ऐसे में युवाओं का खेती के बिजनेस में घुसपैठ करना आश्चर्यचकित करता है. मुंबई के युवा जोड़े जोशुआ लुईस और सकीना राजकोटवाला परंपरागत पेशे के इसी मिथक को तोड़ते नजर आते हैं.
यह भी पढ़ें: VIDEO: बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने बताए मशरूम की खेती के ये नए गुर, जानिए कैसे मिलेगा फायदा
कहां से मिला बिजनेस आइडिया - Where to Find Business Idea
जोशुआ लुईस और सकीना राजकोटवाला मुंबई में ही रहकर आर्गेनिक खेती के जरिए लोगों को आर्गेनिक फूड उपलब्ध करा रहे हैं. इस बिजनेस से उनकी सालाना आय लाखों रुपये में हो रही है. 2017 में पुडुचेरी में लुईस और सकीना की मुलाकात इंग्लैंड के कृष्णा मकेंजी से हुई. कृष्णा मकेंजी पुडुचेरी में ऑर्गेनिक खेती कर रहे थे. उसी से प्रेरित होकर मुंबई में दोनों ने हर्बीवोर फार्म्स (Herbivore Farms) की शुरुआत की. गौरतलब है कि हर्बीवोर फार्म्स मुंबई का पहला हाइपरलोकल हाइड्रोपॉनिक्स फार्म है. इस फार्म में 2,500 से अधिक पौधे लगे हुए हैं. दोनों इस फार्म से ताजी और ऑर्गेनिक सब्जियों की सप्लाई करते हैं.
यह भी पढ़ें: बटन मशरूम (Button Mushroom) की खेती करके कमा सकते हैं लाखों रुपये, ये है तरीका
बगैर पेस्टीसाइड्स के उगाते हैं सब्जियां -Vegetables grown without pesticides
दोनों का कहना है कि हम पत्तेदार हरी सब्जियों (vegetables) की खेती करते हैं. उनकी खेती के लिए हाइड्रोपॉनिक्स विधि का इस्तेमाल करते हैं. हाइड्रोपोनिक्स एक ऐसी विधि है जिसमें मिट्टी की जगह पानी का इस्तेमाल किया जाता है. इन पौधों को घर के भीतर या छत पर लगाया जाता है. साथ ही उनके अनुरूप ही तापमान को भी नियंत्रित किया जाता है. उनका कहना है कि वे सब्जियों की खेती में किसी भी तरह के कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं करते. इन सब्जियों का स्वास्थ्य पर किसी भी तरह का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है.
बहुत कम पानी में उगती हैं ये सब्जियां (vegetable)
सकीना राजकोटवाला के मुताबिक इन सब्जियों की खेती के लिए बहुत कम पानी की जरूरत होती है. उनकी मानें तो सिर्फ 20 फीसदी पानी में सब्जियां उग जाती है. इनकी खेती में रीसर्कुलेटिंग सिंचाई व्यवस्था का इस्तेमाल होता है. पौधों के रखरखाव देखते हुए वो कहती हैं कि इस प्रक्रिया से खेती करने पर सामान्य खेत से पांच गुना उत्पादन संभव है. साथ ही ग्राहकों को फार्म से कुछ ही घंटे में सब्जियों की डिलीवरी भी हो जाती है. हर्बीवोर फार्म्स ने हर महीने 1,500 रुपये का सब्सक्रिप्शन प्लान बनाया है, जिसके तहत हर हफ्ते एक बॉक्स सब्जी ग्राहकों को डिलीवर की जाती है.
यह भी पढ़ें: एलोवेरा (aloe vera) के बिजनेस से कमाएं लाखों रुपये, जानें पूरा प्रोसेस
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमान जयंती पर बनेगा गजलक्ष्मी राजयोग, जानें किन राशियो की होगी आर्थिक उन्नति
-
भारत के इस मंदिर में नहीं मिलती पुरुषों को एंट्री, यहां होते हैं कई तांत्रिक अनुष्ठान
-
Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को होगा मीन राशि में मंगल का गोचर, जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव
-
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी से पहले जरूर करें 10 बार स्नान, सफलता मिलने में नहीं लगेगा समय