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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को क्यों कहा 'थैंक्यू', जानिए यहां

मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने अमेरिकी दूतावास में आयोजित सीईओ राउंडटेबल कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को आरआईएल (RIL) के अमेरिका में निवेश और भारत के व्यापार की जानकारी दी.

Updated on: 26 Feb 2020, 10:30 AM

नई दिल्ली:

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries-RIL) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के भारत के दूरसंचार क्षेत्र (Telecom Sector) में बदलाव लाने और उनके अमेरिका के ऊर्जा क्षेत्र में स्ट्रेटजिक निवेश की सराहना करते हुए राष्ट्रपति (US President) डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने उन्हें अपने टैक्स फ्रेंडली देश में निवेश का आमंत्रण दिया. ट्रंप ने अंबानी से कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है. शुक्रिया. अंबानी ने अमेरिकी दूतावास में आयोजित सीईओ राउंडटेबल कार्यक्रम में उन्हें आरआईएल (RIL) के अमेरिका में निवेश और भारत के व्यापार की जानकारी दी.

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अमेरिका में पावर सेक्टर में 7 अरब डॉलर का निवेश: मुकेश अंबानी

अंबानी ने ट्रंप से कहा कि हम अमेरिका में ऊर्जा क्षेत्र (Power Sector) में निवेशक है और 7 अरब डॉलर का निवेश किया है. इस पर ट्रंप ने तुरंत जवाब दिया कि 7 अरब डॉलर, हां. ट्रंप ने तब उनसे पूछा कि आप 4जी पर काम कर रहे हैं. क्या आप 5जी पर भी काम करने जा रहे हैं. अंबानी ने कहा कि रिलायंस जियो (Reliance Jio) दुनिया का एकमात्र नेटवर्क है, जिसके पास 5जी परीक्षणों के लिए एक भी चीनी उपकरण मैन्युफैक्चर नहीं है. इस पर ट्रंप ने दबी हंसी के साथ कहा कि यह सही है.

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अमेरिका में टैक्स रेट कम रखने के लिए अंबानी ने ट्रंप की सराहना की

भारत के प्रमुख दूरसंचार ऑपरेटर रिलायंस जियो ने सिर्फ गैर-चीनी उपकरण निमार्ताओं जैसे सैमसंग के साथ साझेदारी की है. अंबानी ने अमेरिका में कम कर दरों के लिए ट्रंप की सराहना की, जो देश को व्यापार के अनुकूल गंतव्य बनाता है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के नीति निर्माताओं और उद्योगपतियों के साथ व्यापार से जुड़े मुद्दों पर बातचीत की. अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने भारत दौरे के दूसरे और आखिरी दिन यहां भारत के नीति निर्माताओं और उद्योगपतियों के साथ संभावित व्यापार, निवेश, बौद्धिक संपदा अधिकार संरक्षण, एच-1बी वीजा समेत भारत की ऊर्जा सुरक्षा के संबंध में बातचीत की.

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गौरतलब है कि भारत ने अमेरिका के साथ तीन अरब डॉलर के रक्षा उपकरणों की खरीद का करार किया है जिनमें अमेरिका से हेलीकॉप्टर खरीद शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के साथ मेरी बातचीत का दूसरा अहम मसला द्विपक्षीय आर्थिक संबंध बनाना है जो उचित एवं पारस्परिक हो. उन्होंने कहा कि हमारी टीमों ने व्यापक व्यापार करार की दिशा में काफी प्रगति की है और मैं आशावान हूं कि हम ऐसा करार कर सकते हैं जो दोनों देशों के लिए अहम होंगे. ट्रंप ने कहा कि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका द्वारा भारत को होने वाला निर्यात 60 फीसदी बढ़ा है और उच्च गुणवत्तापूर्ण अमेरिकी ऊर्जा के निर्यात में 500 फीसदी का इजाफा हुआ है.