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क्या होता है ओपन इंटरेस्ट (Open Interest), आसान भाषा में समझें यहां

फ्यूचर एंड ऑप्शन सेग्मेंट (F&O) में कोई ट्रेडर या निवेशक अपने पोजिशन को खुला या ओपन छोड़ देता है और एक छुपे हुए मकसद से उसे तब तक नहीं काटता जब तक उसका लक्ष्य (Target) पूरा नहीं होता. तो इस स्थिति में उसकी ओपन पोजीशन ही ओपन इंटरेस्ट (Open Interest) कहलाती है.

Updated on: 26 Sep 2019, 03:53 PM

नई दिल्ली:

ओपन इंटरेस्ट (Open Interest) अक्सर आम लोगों को इस शब्द से घबराते हुए देखा जा सकता है. जानकारों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले इस शब्द से लोग अक्सर परेशान हो जाते हैं की ये ओपन इंटरेस्ट आखिर क्या चीज है. इसके अलावा हर छोटे-बड़े, सफल निवेशक और ट्रेडर्स इस ओपन इंटरेस्ट का करते क्या है, इसपर हम इस रिपोर्ट में समझने की कोशिश करेंगे. मार्केट एक्सपर्ट एवं फिनड्यू कंसल्टेंसी (FinEdu Consultancy) के मैनेजिंग डायरेक्टर विपुल कौशिक के मुताबिक सामान्तया देखा गया है कि आम लोग स्टॉक मार्केट में अपना भविष्य बनाने आते हैं लेकिन सट्टेबाज बनकर रह जाते हैं. निवेशक एक दिन अपना सबकुछ लुटाकर इसे जुए का नाम दे डालते हैं.

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ओपन इंटरेस्ट का गणित
ओपन इंटरेस्ट आखिर क्या है आइये समझते है. दरअसल, जब फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O) सेग्मेंट में कोई ट्रेडर या निवेशक अपने पोजिशन को खुला या ओपन छोड़ देता है और एक छुपे हुए मकसद से उसे तब तक नहीं काटता जब तक उसका लक्ष्य (Target) पूरा नहीं होता. तो इस स्थिति में उसकी ओपन पोजीशन ही ओपन इंटरेस्ट (Open Interest) कहलाती है. आइये इसे हम एक उदहारण के जरिए समझने की कोशिश करते हैं. मान लीजिए कि किसी A नाम के व्यक्ति ने 1 लॉट खरीदा है और पोजीशन को खुला रखा है. वहीं दूसरी ओर किसी B नाम के व्यक्ति ने 1 लॉट बेच रखा है.

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इसके अलावा दोनों ही व्यक्तियों की पोजीशन खुली (Open) है. तो इस स्थिति में कुल ओपन इंटरेस्ट 1 कहलाता है. वहीं जब दोनों अपनी-अपनी पोजीशन को काट देते हैं यानि कि पोजीशन से बाहर निकल जाते हैं तो ओपन इंटरेस्ट शून्य हो जाता है.