logo-image

रुपए में रिकवरी से मजबूत हुआ बाजार, सेंसेक्स में 83 अंक की तेजी, निफ्टी 10750 के पार

देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को रुपए में रिकवरी से सेंसेक्स 200 अंक तक मजबूत हुआ था और निफ्टी ने 10800 के आंकड़े को छू लिया था।

Updated on: 06 Jul 2018, 05:34 PM

नई दिल्ली:

देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को रुपए में रिकवरी से सेंसेक्स 200 अंक तक मजबूत हुआ था और निफ्टी ने 10800 के आंकड़े को छू लिया था। 

लेकिन कारोबार के आखिरी घंटे में शेयर बाजार बढ़त कायम रखने में नाकाम रहा और प्रॉफिट बुकिंग के चलते दिन के ऊपरी स्तरों से फिसलकर 83.31 अंकों की तेजी के साथ 35,657.86 पर और निफ्टी 22.90 अंकों की तेजी के साथ 10,772.65 पर बंद हुआ। 

कारोबार के दौरान ऑटो शेयरों में अच्छी तेजी रही, वहीं फार्मा शेयरों में तेज गिरावट दर्ज हुई।

शुक्रवार के कारोबार में रुपए में निचले स्तरों से 21 पैसे प्रति डॉलर की रिकवरी दिखी है। कारोबार के दौरान रुपया निचले स्तरों से 21 पैसे मजबूत होकर 68.82 प्रति डॉलर के भाव पर आ गया।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 30.89 अंकों की गिरावट के साथ 35,543.66 पर खुला और 83.31 अंकों या 0.23 फीसदी तेजी के साथ 35,657.86 पर बंद हुआ।

दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 35,799.71 के ऊपरी और 35,532.21 के निचले स्तर को छुआ।

और पढ़ें: शांति भूषण की याचिका खारिज, SC ने कहा- CJI ही 'मास्टर ऑफ रोस्टर'

बीएसई के मिडकैप सूचकांक में गिरावट रही और स्मॉलकैप सूचकांक में तेजी रही। मिडकैप सूचकांक 85.88 अंकों की गिरावट के साथ 15,391.62 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 73.45 अंकों की तेजी के साथ 16,059.94 पर बंद हुआ।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 5.6 अंकों की गिरावट के साथ 10,772.65 पर खुला और 22.90 अंकों या 0.21 फीसदी तेजी के साथ 10,772.65 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 10,816.35 के ऊपरी और 10,735.05 के निचले स्तर को छुआ।

बीएसई के 19 में से 13 सेक्टरों में तेजी रही। उद्योग (1.50 फीसदी), वाहन (1.39 फीसदी), रियल्टी (1.27 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (1.16 फीसदी) और ऊर्जा (1.01 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में स्वास्थ्य (0.75 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (0.23 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.16 फीसदी), उपभोक्ता सेवाएं (0.07 फीसदी) और दूरसंचार (0.02 फीसदी) शामिल रहे।

और पढ़ें: डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से जल्द मिलेगी राहत, सरकार चरणों में लाएगी जीएसटी के अंदर

(IANS इनपुटस के साथ)