logo-image

दिल्ली के इस खूबसूरत बंगले को खरीदना चाह रहे थे नारायण मूर्ति (Narayana Murthy), बाजी मार गए गौतम अडानी (Gautam Adani)

अडानी प्रॉपर्टी प्राइवेट लिमिटेड (Adani Properties Pvt Ltd-APPL) ने दिल्ली के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से यानि लुटियंस एरिया में एक शानदार बंगला महज 400 करोड़ रुपये में खरीद लिया है.

Updated on: 24 Feb 2020, 11:54 AM

highlights

  • अडानी प्रॉपर्टी प्राइवेट लिमिटेड ने लुटियंस एरिया में 400 करोड़ रुपये में खरीदा बंगला
  • आदित्य एस्टेट्स ने पहले इस बंगले की कीमत करीब 1 हजार करोड़ रुपये लगाई थी
  • मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बंगले का बिल्डअप एरिया 25,000 वर्ग फुट से भी ज्यादा

नई दिल्ली:

गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी अडानी प्रॉपर्टी प्राइवेट लिमिटेड (Adani Properties Pvt Ltd-APPL) ने दिल्ली के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से यानि लुटियंस एरिया में
एक शानदार बंगला महज 400 करोड़ रुपये में खरीद लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एपीपीएल ने यह बंगला नीलामी के जरिए आदित्य एस्टेट्स प्राइवेट लिमिटेड (Aditya Estates) से खरीदा है. इस बंगले की नीलामी की प्रक्रिया पिछले साल शुरू हुई थी.

यह भी पढ़ें: हीरा (Diamond) खरीदते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान, नहीं तो लग जाएगा चूना

आदित्य एस्टेट्स ने पहले इस बंगले की कीमत 1 हजार करोड़ रुपये लगाई थी. हालांकि 14 फरवरी को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्युनल (NCLT) के कागजात के मुताबिक इस बंगले की कीमत महज 265 करोड़ रुपये ही निकली थी. बता दें कि यह बंगला लुटियंस एरिया में भगवान दास रोड पर है.

बेहद शानदार है यह बंगला


गौतम अडानी को मिलने वाला यह बंगला 3.4 एकड़ में फैला हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बंगले का बिल्डअप एरिया 25,000 वर्ग फुट से भी ज्यादा है. इस शानदार बंगले में 7 बेडरूम, 1 स्टडी रूम, 6 लिविंग रूम और डाइनिंग रूम है. इसके अलावा बंगले में 7 हजार वर्ग फुट का स्टॉफ क्वार्टर भी है. NCLT के रिकॉर्ड के मुताबिक इस बंगले की कीमत 265 करोड़ रुपये थी. हालांकि अडानी प्रॉपर्टीज को इस बंगले के लिए यह रकम तो चुकानी ही है. साथ ही इसके अलावा भी रकम चुकानी होगी जिसकी वजह से बंगले की कीमत बढ़कर 400 करोड़ रुपये हो चुकी है.

यह भी पढ़ें: Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi: पीएम-किसान के लाभार्थियों के खाते में भेजे गए 50850 करोड़ रुपये

इस बंगले का ऐतिहासिक महत्व है. दरअसल, यह बंगला ब्रिटिश जमाने का है और काफी समय पहले इस बंगले में विदेश विभाग का दफ्तर हुआ करता था. वर्ष 1921 में यूनाइटेड प्रोविन्सेज लेजिस्लेटिव काउंसिल के सदस्य लाला सुखबीर सिन्हा ने इस बंगले को खरीद लिया था. 1985 में इस बंगले को आदित्य एस्टेट्स ने खरीद लिया था. पिछले साल 26 फरवरी को ICICI बैंक ने लोन की रिकवरी के लिए आदित्य एस्टेट्स के खिलाफ NCLT में दिवालिया की अर्जी दायर की थी.

यह भी पढ़ें: Gold News: ऐसी ही स्थितियां रहीं तो 45,000 रुपये हो जाएगा सोने का दाम

इन बड़े लोगों ने भी लगाई थी बोली

इस बंगले को हासिल करने के लिए अडानी के अलावा इंफोसिस (Infosys) कोफाउंडर नारायण मूर्ति (NR Narayana Murthy), वीना इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेट (VIPL), डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड और हैवेल्स इंडिया के अनिल राय गुप्ता ने भी बोली लगाई थी.