रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा सेंसेक्स, जानिए क्या है इसकी तेज़ी के पीछे का सच
विदेशी संस्थागत निवेशकों की खरीदारी, सकारात्मक माहौल, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर खत्म होने की संभावना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोबारा सत्ता में लौटने की संभावना का असर
नई दिल्ली:
नए फाइनेंशियल ईयर के पहले दिन शेयर बाज़ार रिकॉर्ड ऊंचाई के पार पहुंच गया है. शेयर बाज़ार रिकॉर्ड ऊंचाई पर क्यों पहुंच गया. आइये इसके फंडामेंटल पर नज़र डाल लेते हैं. बॉर्डर पर सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों को शेयर बाज़ार का सपोर्ट मिल रहा है. वहीं निवेशक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के सत्ता में दोबारा लौटने को लेकर आश्वस्त हो गए हैं. विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भी सकारात्मक माहौल देखकर भारतीय शेयर बाज़ार में शेयरों की जमकर ख़रीदारी कर रहे हैं. मार्च के दौरान FII ने 33,980.56 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की है.
यह भी पढ़ें: रिकॉर्ड ऊंचाई पर शेयर बाज़ार, सेंसेक्स पहली बार 39,000 के पार
अमेरिका और चीन के बीच इस हफ्ते ट्रेड वार खत्म होने के आसार से भी घरेलू शेयर बाज़ार को सहारा मिल रहा है. इस बार अच्छे मॉनसून की उम्मीद जताई जा रही है. इसके अलावा रिजर्व बैंक के आने वाली मौद्रिक नीति में दरों में कटौती की उम्मीद है. दरों में कटौती की उम्मीद से भी शेयर बाज़ार का सेंटीमेंट मज़बूत हुआ है. गौरतलब है कि BSE के 30 शेयरों वाले प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ने करीब 355.76 अंक की तेज़ी के साथ 39,028.67 की रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ. वहीं NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी भी करीब 88 अंक की मजबूती के साथ 11,712 के स्तर के पार कारोबार करते हुए देखा गया.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें