नई दिल्ली:
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विमान सेवा कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे मांग बढ़ने के बावजूद किराया बहुत ज्यादा न बढ़ाएं. विमान टिकटों की कीमतों में तेजी से उत्पन्न चिंताओं के बीच एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि नागर विमानन नियामक डीजीसीए हवाई सफर के किराये में उतार - चढ़ाव पर रोजाना आधार पर नजर रखना जारी रखेगा.
DGCA: Today again DGCA has a meeting with airline representatives on the issue&airlines were advised to continue to monitor at their level&provide information to DGCA to keep fares low as far as possible. https://t.co/v49idcu12q
— ANI (@ANI) April 16, 2019
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इसके अलावा उचित कार्रवाई के लिए एयरलाइन कंपनियों के साथ वार्ता की जाएगी. वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के परिचालन में कटौती करने से प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. इससे विभिन्न मार्गों पर संचालित उड़ानों की संख्या में कमी आई है.
अधिकारी ने कहा कि हवाई यात्रा के टिकटों की कीमतों बढ़ने से खड़ी हुई चिंताओं के बीच नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मंगलवार को एयरलाइन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की.
उन्होंने कहा, 'कंपनियों को अपने स्तर पर निगरानी जारी रखने की सलाह दी गई है और जहां तक संभव हो किराये को कम रखने के लिए डीजीसीए को जानकारी देने के लिए कहा गया है. एयरलाइन कंपनियों ने डीजीसीए को यह भी बताया कि उन्होंने कुछ ऊंची श्रेणी वाली टिकटों को बिक्री से हटा दिया है और यात्रियों को कम कीमतों पर टिकटों की पेशकश की जा रही है.
अधिकारी ने कहा, 'डीजीसीए रोजाना आधार पर किराये में उतार - चढ़ाव पर नजर रखेगा और उचित कार्रवाई के लिए एयरलाइन कंपनियों के बातचीत करेगा.' जेट एयरवेज के संकट का दूसरी एयरलाइंस पर दबाव पड़ रहा है. जेट एयरवेज एक समय 119 विमान उड़ा रही थी जिनकी संख्या घटकर अब सिर्फ 7 रह गई है. जेट ने इंटरनेशनल फ्लाइट भी कैंसिल कर दी है.
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