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अनिल अंबानी (Anil Ambani) इन वजहों से हुए बिलिनेयर क्लब से बाहर, पढ़ें पूरी खबर

मंगलवार को शेयर मार्केट बंद होने के बाद अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनियों का कुल मार्केट कैप सिर्फ 5,400 करोड़ रुपये रह गया है. गौरतलब है कि 2008 में अनिल अंबानी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में छठें पायदान पर थे, लेकिन लगातार खराब वित्तीय हालात होने से वह इस सूची से बाहर हो गए हैं.

Updated on: 19 Jun 2019, 11:31 AM

highlights

  • अनिल अंबानी (Anil Ambani) 'बिलिनेयर क्लब' (Billionaire Club) से बाहर हो गए हैं
  • मंगलवार को अनिल अंबानी की कंपनियों का मार्केट कैप सिर्फ 5,400 करोड़ रुपये रह गया
  • 2008 में अनिल अंबानी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में छठें पायदान पर थे

नई दिल्ली:

रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के छोटे भाई अनिल अंबानी (Anil Ambani) 'बिलिनेयर क्लब' (Billionaire Club) से बाहर हो गए हैं. दरअसल, मंगलवार को शेयर मार्केट बंद होने के बाद अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनियों का कुल मार्केट कैप सिर्फ 5,400 करोड़ रुपये रह गया है. गौरतलब है कि 2008 में अनिल अंबानी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में छठें पायदान पर थे, लेकिन लगातार खराब वित्तीय हालात होने से वह इस सूची से बाहर हो गए हैं.

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1 अरब डॉलर से कम संपत्ति है अनिल अंबानी के पास
सोमवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (ADAG) की 6 कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 6,196 करोड़ रुपये था. हालांकि 4 महीने पहले ग्रुप कंपनियों का मार्केट कैप करीब 8 हजार करोड़ रुपये था. Reliance Naval and Engineering, Reliance Infrastructure, Reliance Power, Reliance Communications, Reliance Home Finance और Reliance Capital में अनिल अंबानी की 75 फीसदी हिस्सेदारी है. ADAG चेयरमैन अनिल अंबानी के पास अब सिर्फ 1 अरब डॉलर से कम संपत्ति ही बची हुई है.

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पिछले 14 महीनों में ADAG ने 35,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया
गौरतलब है कि अनिल अंबानी (Anil Ambani) ने कर्ज को चुकाने के लिए कई कंपनियों में हिस्सेदारी की बिक्री भी की है. उन्होंने पिछले हफ्ते कहा था कि उनका समूह सभी ऋण देनदारियों को समय से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. पिछले 14 महीनों में उनके समूह ने 35,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया है.

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10,600 करोड़ रुपये ब्याज का किया भुगतान
अनिल अंबानी ने कहा कि चुनौतीपूर्ण हालातों और वित्तपोषकों से कोई वित्तीय सहायता नहीं मिलने के बावजूद उनके समूह ने 1 अप्रैल 2018 से लेकर 31 मई, 2019 के बीच अपने ऊपर बकाया ऋण में 24,800 करोड़ रुपये मूलधन और 10,600 करोड़ रुपये ब्याज का भुगतान किया है.

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उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान गैरवाजिब अफवाहों, अटकलों और रिलायंस समूह की सभी कंपनियों के शेयर में गिरावट के चलते हमारे सभी हितधारकों को काफी नुकसान हुआ है. यह 35,000 करोड़ रुपये के ऋण का भुगतान रिलायंस कैपिटल, रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और इनसे संबद्ध कंपनियों से जुड़ा है.