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भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने से सेंसेक्स करीब 200 अंक सुधरा, शेयर बाजार में तेजी

भारत और पाकिस्तान के मध्य तनाव कम होने के संकेतों के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुक्रवार को 196 अंक चढ़कर 36,064 अंक पर बंद हुआ.

Updated on: 01 Mar 2019, 11:50 PM

नई दिल्ली:

भारत और पाकिस्तान के मध्य तनाव कम होने के संकेतों के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुक्रवार को 196 अंक चढ़कर 36,064 अंक पर बंद हुआ. शेयर बाजारों में लगातार दूसरे हफ्ते तेजी दर्ज की गई. मार्च डेरिवेटिव्स अनुबंध में मजबूत शुरुआत के साथ लगातार विदेशी पूंजी निवेश ने सेंसेक्स में पिछले तीन कारोबारी दिन से जारी गिरावट को थामने का काम किया. 

बॅाम्बे शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक शुरुआती कारोबार में तेजी के साथ खुला और प्रतिभागियों की भारी लिवाली से 36,140.67 अंक के उच्च स्तर पर पहुंच गया था. हालांकि , चुनिंदा शेयरों में मुनाफावसूली से सेंसेक्स 196.37 अंक यानी 0.55 प्रतिशत बढ़कर 36,063.81 अंक पर बंद हुआ. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव से पिछले तीन कारोबारी दिन में सेंसेक्स 346 अंक से ज्यादा गिरा था. 

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 71 अंक यानी 0.66 प्रतिशत बढ़कर 10,863.50 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान निफ्टी 10,823.10 अंक से 10,877.90 अंक के दायरे में रहा. इस पूरे सप्ताह में सेंसेक्स 192.33 अंक यानी 0.57 प्रतिशत बढ़ा जबकि एनएसई का निफ्टी 71.35 अंक यानी 0.69 प्रतिशत बढ़ा. शेयर बाजारों में लगातार दूसरे सप्ताह तेजी दर्ज की गई है. 

पाकिस्तान की ओर से भू - राजनीतिक तनाव कम करने के संकेतों के बाद निवेशकों की धारणा में सुधार हुआ. पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को भारत के साथ बातचीत शुरू करने के लिए " पहला कदम " उठाते हुए भारतीय वायुसेना के पायलट को शुक्रवार को रिहा करने की घोषणा की थी. 

भारत ने आतंकी संगठन जैश - ए - मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मंगलवार को पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश के प्रशिक्षिण शिविर को नष्ट कर दिया था. जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया था. 

इससे पहले , जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर आत्मघाती हमला किया गया था , जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. भारत ने इस हमले के 12 दिन बाद जैश के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया. 

सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा , 'सरहद पर तनाव कम होने और ऋण वृद्धि , विनिर्माण गतिविधियों , नए ऑर्डरों और रोजगार के आंकड़ों में मजबूत रुख से शेयर बाजार वापस से तेजी की ओर बढ़ रहे हैं. बाजार आगे चलकर जीडीपी के खराब आंकड़ों से आगे बढ़ जाएगा और उन उच्च संकेतकों पर ध्यान केंद्रित करेगा जो कि भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेत दे रहे हैं.'

ब्रोकरों ने कहा कि मार्च वायदा एवं विकल्प अनुबंध के शुरू होने के बाद निवेशकों के नए सौदे करने से शेयर बाजारों में तेजी आई. वित्तीय , पूंजीगत उत्पाद , आईटी , बिजली , तेल एवं गैस क्षेत्र की कंपनियों के शेयर में खासी तेजी रही. जिसने सूचकांक को ऊपर आने में मदद की. सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक का प्रदर्शन सबसे रहा. इसके शेयरों में 3.04 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई. इसके बाद यस बैंक के शेयर 2.68 प्रतिशत चढ़े. 

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इसके अलावा , वेदांता लिमिटेड , हीरो मोटोकॉर्प , कोल इंडिया , आईसीआईसीआई बैंक , टाटा मोटर्स , एसबीआई , टाटा स्टील , एनटीपीसी , इंफोसिस , एचडीएफसी लिमिटेड , एलएंडटी , कोटक बैंक , बजाज फाइनेंस , आईटीसी लिमिटेड , सन फार्मा , एचसीएल टेक , पावरग्रिड , एमएंडएम , एचयूएल , ओएनजीसी और एचडीएफसी बैंक के शेयर 2.24 प्रतिशत तक बढ़े. 

फरवरी महीने में कुल बिक्री में मामूली गिरावट के बावजूद मारुति सुजुकी के शेयर 1.48 प्रतिशत चढ़े. बिक्री में गिरावट की सूचना आने के बाद बजाज आटो के शेयर 1.16 प्रतिशत गिरे. भारती एयरटेल , एशियन पेंट्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी नीचे रहे. 

महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में सोमवार (4 मार्च) को बाजार बंद रहेंगे. शेयर बाजार के पास मौजूद अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक , विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 3,210.6 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) 5,240.62 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे. 

विश्लेषकों ने कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि दर के तीसरी तिमाही में धीमी पड़कर 6.6 प्रतिशत रहने के बाद निवेशकों में कारोबार के दौरान कुछ हिचकिचाहट दिखाई दी. आर्थिक वृद्धि दर का यह आंकड़ा पिछली पांच तिमाहियों में सबसे कम रहा है.