त्योहारी सीजन में गिरी वाहनों की बिक्री, चिंता में इंडस्ट्री
यात्री एवं दो पहिया वाहनों की बिक्री में सुस्ती से इस वर्ष त्योहारी मौसम में वाहनों की खुदरा बिक्री में 11 प्रतिशत की गिरावट आई है.
नई दिल्ली:
यात्री एवं दो पहिया वाहनों की बिक्री में सुस्ती से इस वर्ष त्योहारी मौसम में वाहनों की खुदरा बिक्री में 11 प्रतिशत की गिरावट आई है. वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ आटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (एफएडीए) ने यह बात कही.
एफएडीए ने कहा कि बिक्री की गणना वाहनों के पंजीकरण के आधार पर की गयी है. यात्री वाहन और दो पहिया वाहन क्षेत्र में सुस्ती से खुदरा बिक्री में गिरावट दर्ज की गयी. बिना बिके वाहनों की संख्या अधिक होना चिंता का विषय है.
एफएडीए के अनुसार, 42 दिन के त्योहारी मौसम (10 अक्टूबर-20 नवंबर) के दौरान कुल 20,49,391 वाहन पंजीकृत हुये. इसकी तुलना में पिछले साल 21 सितंबर से एक नवंबर तक 23,01,986 वाहन पंजीकृत हुये.
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इस वर्ष त्योहारी मौसम में कुल 2,87,717 यात्री वाहन पंजीकृत हुये. पिछले साल इसी मौसम में 3,33,456 वाहन पंजीकृत हुये थे. इसमें 14 प्रतिशत की गिरावट रही.
इस दौरान, दो पहिया वाहनों का पंजीकरण 13 प्रतिशत गिरकर 15,83,276 वाहन रहे, जो कि एक साल 18,11,703 वाहन था.
एफएडीए के अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले ने कहा, "हमने पिछले कुछ साल में त्योहारी मौसम में इतनी मंदी कभी नहीं देखी है. इस त्योहारी मौसम के दौरान कई नकारात्मक प्रभाव पड़े हैं, जिसने उपभोक्ताओं की धारणा को प्रभावित किया और ग्राहकों ने खरीदारी का फैसला टाला है."
ईंधन की उच्च कीमतों, बीमा लागत और गैर वित्तीय बैंकिंग कंपनियों के सामने खड़े नकदी संकट के चलते उपभोक्ताओं की धारणा प्रभावित हुयी.
दो पहिया और यात्री वाहनों की बिक्री में सुस्ती रही. जिसके चलते डीलरों के पास इन दोनों श्रेणियों के वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यह चिंता का विषय है.
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