logo-image

RBI के प्रयासों को पीएम मोदी ने सराहा, कहा- कोरोना संक्रमण से अर्थव्यवस्था को बचाएंगी घोषणाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (PM Narendra Modi) रिजर्व बैंक की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय बैंक ने कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण से अर्थव्यवस्था को बचाने के लिये बड़े कदम उठाये हैं.

Updated on: 27 Mar 2020, 01:47 PM

highlights

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने RBI गवर्नर की घोषणाओं को सराहा.
  • बताया इससे बाजार में तरलता की स्थिति होगी और बेहतर.
  • रिजर्व बैंक का ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की कटौती का ऐलान.

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (PM Narendra Modi) रिजर्व बैंक की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय बैंक ने कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण से अर्थव्यवस्था को बचाने के लिये बड़े कदम उठाये हैं. गौरतलब है कि रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है. रिजर्व बैंक (RBI) ने ब्याज दरों (Repo Rate) को 5.15 फीसदी से घटाकर 4.40 फीसदी कर दिया है. आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate) में भी 90 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए 4.90 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दिया है. MPC ने 4:2 के अनुपात में रेट कटौती का फैसला लिया है. RBI ने LAF (लिक्विडिटी एडजेस्टमेंट फैसिलिटी) में भी 0.9 फीसदी की कटौती की घोषणा की है. अब LAF घटकर 4 फीसदी हो गया है. सभी बैंकों के सीआरआर (CRR) में भी 1 फीसदी तक की कटौती का निर्णय लिया गया है. CRR में कटौती 1 साल के लिए लागू की गई है. CRR में कटौती से बैंकों को 1.37 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे.

यह भी पढ़ेंः आपको संकट से निकालेगी नीतीश सरकार, फंसे हैं कहीं तो इन Help Line No पर करें कॉल

पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर जताया संतोष
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'इन घोषणाओं से बाजार में तरलता की स्थिति बेहतर होगी, कर्ज की ब्याज दरें कम होंगी तथा मध्यम वर्ग और कारोबारियों को मदद मिलेगी.' उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने कोरोना वायरस के कारण अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे असर को कम करने के लिये शुक्रवार को रेपो दर को 0.75 प्रतिशत घटाकर 4.4 प्रतिशत करने की अप्रत्याशित घोषणा की. इसके अलावा रिजर्व बैंक ने रिवर्स रेपो दर, नकदी आरक्षित अनुपात मे कटौती समेत कई अन्य नीतिगत उपाय भी किये. बता दें कि गुरुवार को सरकार ने गरीबों के लिए 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है. वित्‍त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत इस राहत पैकेज की घोषणा की है.

यह भी पढ़ेंः भारत की जीडीपी को लेकर मूडीज ने जारी किया नया अनुमान, 2.5 फीसदी रह सकती है ग्रोथ

कोरोना वायरस की वजह से पहले हुई MPC की मीटिंग
रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा कि मौजूदा समय जैसी अस्थिरता कभी नहीं देखी गई है. कोरोना वायरस की वजह से आउटलुक अनिश्चित और निगेटिव है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से मांग में काफी कमी आई है. घरेलू अर्थव्यवस्था को सुरक्षा देना समय की मांग है. कोरोना वायरस की वजह से मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए मौद्रिक नीति की बैठक (MPC) ने पहले बैठक की है. उन्होंने कहा कि वित्तीय स्थिरता के लिए सेंट्रल बैंक ने यह कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि सभी टर्म लोन के लिए 3 महीने का Moratorium लागू किया गया है. नेट फंडिंग नियम को 6 महीने के लिए टाल दिया गया है. उन्होंने कहा कि क्रेडिट फ्लो बनाए रखने के लिए RBI ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. लिक्विडिटी के लिए 1 लाख करोड़ रुपये तक के LTRO करने का फैसला लिया गया है.