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भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में सुस्ती पर मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) का बड़ा बयान

मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सरकार द्वारा अगस्त के बाद से किए गए सुधारों का परिणाम आने वाली कुछ तिमाहियों में सामने आएगा.

Updated on: 30 Oct 2019, 12:03 PM

रियाद:

रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में आई सुस्ती (Economic Slowdown) अस्थायी है. उनका कहना है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार द्वारा हाल में उठाए गए कदम से आने वाली तिमाहियों में सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद है. सऊदी अरब में होने वाले सालाना निवेश सम्मेलन ‘रेगिस्तान में दावोस’ में मुकेश अंबानी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की सरकार द्वारा अगस्त के बाद से किए गए सुधारों का परिणाम आने वाली कुछ तिमाहियों में सामने आएगा.

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उपायों के परिणाम भविष्य में दिखेंगे
मुकेश अंबानी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में हल्की सुस्ती रही है, लेकिन मेरा विचार है कि यह अस्थायी है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान जो भी सुधार उपाय किए गए हैं, उनका परिणाम सामने आएगा और मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाली तिमाहियों में यह स्थिति बदलेगी. भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था कहा जाता है.

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हालांकि पिछली पांच तिमाही की बात करें तो भारत की ग्रोथ रेट (GDP Grpwth Rate) में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. अप्रैल-जून 2019 की तिमाही में यह घटती हुई 5 फीसदी पर आ गई. एक साल पहले इस दौरान जीडीपी वृद्धि दर (GDP Grpwth) 8 फीसदी की ऊंचाई पर थी. वर्ष 2013 के बाद यह सबसे कम वृद्धि दर है. इसके लिए निवेश में आई सुस्ती और अब खपत एवं उपभोग में आई कमी को बताया जा रहा है.

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मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई उपाय किए
मोदी सरकार (Modi Government) ने सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था (Economy) को पटरी पर लाने के लिए पिछले कुछ महीने में नीतिगत स्तर पर कई उपाय किए हैं. गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) में नकदी की स्थिति को सरल बनाने के लिए भी उपाय किए गए हैं. बैंकों को उच्च गुणवत्ता वाली एनबीएफसी (NBFC) संपत्तियां खरीदने को प्रोत्साहित किया गया है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSU Banks) में नई पूंजी डाली गई है और कंपनियों के लिये कर दरों को प्रतिस्पर्धी बनाते हुए उसमें बड़ी कटौती की गई है.

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मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा कि भारत और सऊदी अरब (Saudi Arabia) दोनों देशों के पास आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी, युवा आबादी और नेतृत्व सभी कुछ है. गौरतलब है कि अंबानी सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको के साथ तेल एवं रसायन कारोबार में 20 फीसदी हिस्सेदारी बिक्री के लिए बातचीत कर रहे हैं.