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आर्थिक मंदी का सर्वाधिक असर भारत में होगा, IMF प्रमुख ने चेताया

India will have maximum impact of economic slowdown : वर्तमान हालात से उन देशों को मुश्‍किलें होंगी, जो पहले से ही कठिनाई के दौर से गुजर रही हैं. वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती से 90 फीसदी देशों की विकास दर प्रभावित होगी.

Updated on: 09 Oct 2019, 12:49 PM

नई दिल्‍ली:

अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) के प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा ने आर्थिक मंदी को लेकर भारत को चेताया है. उनका कहना है कि आर्थिक मंदी का सबसे अधिक असर भारत में पड़ेगा. क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा ने यह भी कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती से 90 फीसदी देशों की विकास दर प्रभावित होगी. उन्‍होंने यह भी कहा, '2019 में दुनिया के 90 फीसदी देशों में विकास दर सुस्त रहेगी, क्‍योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था अभी सुस्ती के दौर में है.' बता दें कि बुल्गारिया की इकोनॉमिस्ट क्रिस्टालिना हाल में ही IMF की प्रबंध निदेशक बनी हैं.

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एक हफ्ते के बाद ही IMF और वर्ल्ड बैंक (World Bank) की संयुक्त सालाना बैठक होने वाली है. इस सालाना बैठक में दोनों संस्‍थाएं आर्थ‍िक अनुमान पेश करेंगी. दुनिया के शीर्ष केंद्रीय बैंकर और वित्त मंत्री इस बैठक में शामिल होंगे. जॉर्जिएवा का कहना है कि अमेरिका, जापान और यूरोप के देशों में आर्थ‍िक गतिविधियां कमजोर पड़ रही हैं. दूसरी ओर, भारत और ब्राजील जैसे देशों में इस साल आर्थिक सुस्ती ज्यादा मुखर रूप में हैं. चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी सुस्ती की राह पर है.

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उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान हालात से उन देशों को मुश्‍किलें होंगी, जो पहले से ही कठिनाई के दौर से गुजर रही हैं. बुल्गारिया की जॉर्जिएवा जनवरी 2017 से विश्व बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रही हैं. वे इसी साल एक फरवरी से आठ अप्रैल तक विश्व बैंक समूह की अंतरिम अध्यक्ष रहीं.