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इन बड़ी योजनाओं के लिए जानें जाएंगे पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley)

वित्त मंत्री रहते हुए अरुण जेटली ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए थे जिनका आम जनजीवन पर काफी असर पड़ा था. आइये जानते हैं कि वे महत्वपूर्ण फैसले क्या हैं.

Updated on: 24 Aug 2019, 03:39 PM

नई दिल्ली:

BJP के सीनियर लीडर और पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) का शनिवार को दिल्ली के एम्स (AIIMS) में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. अरुण जेटली पढ़ाई के दौरान ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) की छात्र ईकाई अखिल भारतीय छात्र संघ (All India Students Union) से जुड़े और विभिन्न भूमिकाओं में राजनीति में आगे बढ़ते गए. जेटली का गुरुवार को डायलिसिस हुआ था. एम्स की मीडिया और प्रोटोकॉल प्रमुख आरती विज ने कहा, 'बहुत ही दुख के साथ हमें सूचित करना पड़ रहा है कि पूर्व वित्तमंत्री व सांसद अरुण जेटली जी का शनिवार को दोपहर 12.07 बजे निधन हो गया है. वह यहां एम्स में 9 अगस्त से भर्ती थे और उनका इलाज वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में हो रहा था.' वित्त मंत्री रहते हुए अरुण जेटली ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए थे जिनका आम जनजीवन पर काफी असर पड़ा था. आइये जानते हैं कि वे महत्वपूर्ण फैसले क्या हैं.

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  1. नोटबंदी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा करके 1000 और 500 रुपये के नोट पर रोक लगा दी थी. मोदी सरकार का दावा था कि सरकार की इस घोषणा से कालेधन पर रोक लग जाएगी और नकली करेंसी पर रोक लगेगी. मोदी सरकार की इस योजना को सफल बनाने में तत्कालीन वित्तमंत्री अरुण जेटली का बेहद महत्वपूर्ण योगदान था.
  2. जनधन योजना- आज अगर देश में 35.39 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास बैंक अकाउंट हैं तो उसका पूरा श्रेय मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जनधन योजना को जाता है. नरेंद्र मोदी सरकार ने जनधन योजना की शुरुआत 2014 में की थी. नरेंद्र मोदी सरकार तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली के बेहतरीन सफल रणनीति की वजह से इस योजना को अपनी उपलब्धि बताती रही है.
  3. जीएसटी (GST)- जीएसटी को लागू करना मोदी सरकार के लिए आसान काम नहीं था. पिछली सरकारों में जीएसटी पर काफी चर्चा हुई लेकिन उसे लागू नहीं किया जा सका. तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश में जीएसटी (GST) को लागू करके आम जनमानस को काफी सहूलियत दी. इस नए टैक्स सिस्टम में सभी वस्तुओं के लिए अब अलग-अलग टैक्स नहीं देना होता है.
  4. आयुष्मान भारत- नरेंद्र मोदी सरकार आयुष्मान भारत योजना को अपनी एक बड़ी उपलब्धि मानती है. 2018-19 के आम बजट में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस योजना की पेश किया था. इसी योजना की वजह से भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव 2019 में जबर्दस्त फायदा मिला और बीजेपी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. बता दें कि आयुष्मान योजना के तहत आने वाले परिवारों को 5 लाख रुपये तक कैशलेस स्वास्थ्य बीमा दिया जाता है.
  5. मुद्रा योजना- मुद्रा योजना की शुरुआत अप्रैल 2015 में हुई थी. तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस योजना को आम लोगों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बता दें कि मोदी सरकार की इस योजना से महिलाओं को काफी फायदा मिला है और उनमें उद्ममी बनने की चाहत को बढ़ाने का काम किया है.
  6. सुकन्या समृद्धि योजना- 2018-19 के बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि जनवरी 2015 में शुरू हुई सुकन्या समृद्धि योजना काफी सफल रही है. बता दें कि इस योजना के तहत 10 साल से कम उम्र की बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के तहत सिर्फ 250 रुपये जमा करके अकाउंट को खोला जा सकता है.